16 साल पुरानी Mercedes-Benz को बताया ‘विंटेज स्क्रैप’, मालिक ने छलका दर्द, बोले- सरकार साबित करे कि ये प्रदूषण फैलाती है!

दिल्ली में पुराने वाहनों पर फ्यूल बैन का असर अब भावनात्मक होता जा रहा है, एक शख्स ने अपने पिता की Mercedes E280 V6 को स्क्रैप घोषित किए जाने पर सोशल मीडिया पर उठाई आवाज

Rohit Mehta Journalist
Delhi Mercedes Scrap Fuel Ban Emotional Post
Delhi Mercedes Scrap Fuel Ban Emotional Post (Source: BBN24/Google/Social Media)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में ओवरएज वाहनों को अब पेट्रोल-डीजल नहीं मिलेगा। सरकार के इस नियम के तहत 15 साल से पुराने पेट्रोल और 10 साल से पुराने डीजल वाहनों को चलाना प्रतिबंधित कर दिया गया है। इस कानून की आड़ में कई लोगों की भावनाएं भी आहत हो रही हैं।

एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां Rattan Dhillon नाम के व्यक्ति ने अपने एक्स (Twitter) अकाउंट पर 16 साल पुरानी Mercedes-Benz E280 V6 को स्क्रैप घोषित किए जाने पर गहरी पीड़ा जाहिर की है। उन्होंने इसे “विंटेज स्क्रैप” कहे जाने पर अपनी नाराज़गी व्यक्त करते हुए सरकार को खुली चुनौती दे डाली।

“ये अब भी आधुनिक कारों से बेहतर है” – Rattan Dhillon

Rattan Dhillon ने कार की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा,

“यह मेरे पिता की 16 साल पुरानी Mercedes E280 V6 है। इसका हर बटन, इंजन आज भी बिल्कुल दुरुस्त है। 6-7 सेकंड में 0 से 100 की रफ्तार पकड़ती है और सड़क पर किसी नई कार से कम नहीं है।”

उनके अनुसार, यह कार न सिर्फ स्टाइल में बेहतर है बल्कि पर्यावरण के लिहाज़ से भी ज्यादा स्वच्छ है। फिर भी सिर्फ उम्र के आधार पर इसे स्क्रैप घोषित कर देना दुखद है।

“सरकार साबित करे कि यह प्रदूषण फैला रही है”

पोस्ट में Rattan ने लिखा कि,

“यह कार प्रदूषण नहीं फैलाती, फिर भी मुझे इसे ‘विंटेज स्क्रैप’ कहना पड़ रहा है। सरकार साबित करे कि यह कार पर्यावरण के लिए नुकसानदेह है। लेकिन वे ऐसा नहीं करेंगे, वे इसे दंडित करेंगे।”

उनकी यह पोस्ट 30,000 से ज्यादा बार देखी जा चुकी है और सोशल मीडिया पर जबरदस्त चर्चा का विषय बनी हुई है।

सोशल मीडिया पर यूजर्स की तीखी बहस

पोस्ट पर प्रतिक्रियाएं भी मिली-जुली आई हैं।
एक यूजर ने सलाह दी, “इसे NCR के बाहर ले जाइए, जहां यह अभी भी चल सकती है।”
दूसरे यूजर ने कहा, “अधिकांश देशों में विंटेज कारों के लिए Heritage License मिलता है। भारत में भी ऐसा होना चाहिए।”

वहीं एक अन्य ने तीखी प्रतिक्रिया दी, “सिर्फ इसलिए नियम नहीं बदलेंगे क्योंकि आपके पास Mercedes है। कानून सबके लिए बराबर है।”

नियम के कारण बढ़ रही बेचैनी

इस बहस के बीच एक यूजर ने अपनी Range Rover को बेचने का निर्णय भी साझा किया, जो अभी सिर्फ 8 साल पुरानी है।

यह पूरा प्रकरण दर्शाता है कि पुराने वाहनों पर लगाए गए प्रतिबंधों का असर अब सिर्फ गाड़ियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह लोगों की भावनाओं और निजी यादों को भी गहराई से प्रभावित कर रहा है।

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