जमशेदपुर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के गलत इस्तेमाल का एक बेहद गंभीर और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उलीडीह थाना क्षेत्र के एक स्कूल में पढ़ने वाले सातवीं कक्षा के 13 वर्षीय नाबालिग छात्र पर आरोप है कि उसने अपनी ही कक्षा की एक नाबालिग छात्रा की तस्वीर को AI की मदद से एडिट कर आपत्तिजनक रूप में तैयार किया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
यह मामला शहर में AI के दुरुपयोग से जुड़ा पहला बड़ा केस माना जा रहा है।
Snapchat पर वायरल की गई फर्जी तस्वीर
घटना 18 दिसंबर की बताई जा रही है। शिकायत के अनुसार, यह वारदात मानगो-डिमना रोड स्थित एक स्कूल के सामने से जुड़ी है।
आरोप है कि नाबालिग छात्र ने:
- छात्रा की सामान्य तस्वीर ली
- कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का उपयोग कर उसे आपत्तिजनक रूप में बदला
- बदली हुई तस्वीर को Snapchat पर पोस्ट कर दिया
कुछ ही समय में तस्वीर सोशल मीडिया पर फैल गई, जिससे पीड़िता को मानसिक आघात पहुंचा।
मानसिक रूप से परेशान छात्रा, मां ने दर्ज कराई शिकायत
घटना के बाद छात्रा गहरे मानसिक तनाव में चली गई। इससे आहत होकर छात्रा की मां ने उलीडीह थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस ने शिकायत मिलते ही तत्काल प्राथमिकी दर्ज कर ली।
पुलिस जांच में जुटी, डिजिटल साक्ष्य खंगाले जा रहे
मामले की जांच इंस्पेक्टर चंदन कुमार कर रहे हैं। पुलिस के अनुसार:
- मामला नाबालिगों से जुड़ा होने के कारण अत्यंत संवेदनशील है
- आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है
- डिजिटल सबूत, मोबाइल और सोशल मीडिया गतिविधियों की जांच जारी है
पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि आरोपी को जल्द गिरफ्तार कर कानूनी प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी।
AI के दुरुपयोग पर बढ़ती चिंता
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि:
- AI तकनीक का गलत इस्तेमाल कितना खतरनाक हो सकता है
- बच्चों और अभिभावकों में डिजिटल जागरूकता कितनी जरूरी है
विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूलों और परिवारों को बच्चों को सोशल मीडिया और AI के जिम्मेदार उपयोग के बारे में गंभीरता से समझाने की जरूरत है।


