जीतन राम मांझी का बड़ा बयान: मांगे नहीं मानी गईं तो बहिष्कार करेंगे बिहार चुनाव का

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर NDA में बढ़ा तनाव, जीतन राम मांझी ने दी चेतावनी, जबकि चिराग पासवान अब भी चुप

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Jitan Ram Manjhi Warning On Bihar Election Seat Sharing
Jitan Ram Manjhi Warning On Bihar Election Seat Sharing (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • जीतन राम मांझी ने कहा – पार्टी की मान्यता नहीं मिली तो करेंगे चुनाव बहिष्कार।
  • चिराग पासवान 35 सीटों की मांग पर अड़े, भाजपा दे रही है 20 से अधिक सीटें।
  • तेजस्वी यादव और कांग्रेस के नेताओं के बीच भी रणनीतिक बैठकें तेज।

बिहार विधानसभा चुनाव जैसे-जैसे नज़दीक आ रहे हैं, एनडीए (NDA) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर हलचल तेज हो गई है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने साफ कहा है कि अगर उनकी पार्टी की प्रमुख मांगें नहीं मानी गईं, तो वे चुनाव का बहिष्कार कर सकते हैं।

मांझी ने कहा, “हमारी कोई सीटों पर विवाद नहीं है, लेकिन हम चाहते हैं कि हमारी पार्टी को बिहार विधानसभा में मान्यता प्राप्त पार्टी का दर्जा मिले। इसके लिए पर्याप्त सीटें मिलना जरूरी है। हमें न मुख्यमंत्री पद चाहिए, न उपमुख्यमंत्री — सिर्फ पार्टी की मान्यता हमारी प्राथमिक मांग है।”

चिराग पासवान की चुप्पी बनी पहेली

दूसरी ओर, लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के नेता चिराग पासवान ने अब तक सीट शेयरिंग को लेकर कोई सार्वजनिक बयान नहीं दिया है। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा (BJP) ने एलजेपी को 20 से अधिक सीटों की पेशकश की है, जबकि चिराग 35 सीटों की मांग पर अड़े हुए हैं।

सूत्र बताते हैं कि पासवान ने वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर, खगड़िया और जमुई में दो-दो सीटों की मांग की है। इन सभी क्षेत्रों में एलजेपी के सांसद पहले से मौजूद हैं। इसके अलावा गोविंदगंज सीट को लेकर भी विवाद जारी है, जहां एलजेपी (रामविलास) के प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी की दावेदारी है, जबकि फिलहाल यह सीट भाजपा विधायक के पास है।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बैठकों से हल खोजने की कोशिश

मामले को सुलझाने के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता धर्मेंद्र प्रधान, विनोद तावड़े और मंगरू पांडे ने चिराग पासवान से मुलाकात की है। माना जा रहा है कि अंतिम निर्णय केंद्र के शीर्ष नेतृत्व से परामर्श के बाद ही लिया जाएगा।

विपक्ष में भी तेज हुई हलचल

इधर, बुधवार देर रात वाम दलों के नेताओं ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की। वहीं, कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की अहम बैठक आज दिल्ली में बुलाई गई है। इससे साफ है कि जैसे-जैसे चुनाव करीब आ रहे हैं, सभी दल गठबंधन और रणनीति को लेकर सक्रिय हो चुके हैं।

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