झालावाड़ (राजस्थान): शुक्रवार की सुबह राजस्थान के झालावाड़ जिले में एक भयानक हादसा हुआ जिसने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया। पिपलोदी के एक सरकारी प्राथमिक विद्यालय की छत अचानक भरभरा कर गिर गई, जिसमें 7 मासूम छात्रों की मौत हो गई और 14 अन्य घायल हो गए। हादसे के वक्त बच्चे अपनी कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे।
बचाव अभियान तेज़, मलबे में और बच्चों के फंसे होने की आशंका
सुबह जैसे ही छत गिरने की सूचना मिली, गांव और प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय पुलिस, प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंच गए और तेजी से बचाव कार्य शुरू किया गया। अभी भी मलबे में कुछ बच्चों के दबे होने की आशंका है। पीटीआई के मुताबिक, हादसे में 14 बच्चे गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पति का खौफनाक प्यार! बीवी ने टोका तो कर दी गला दबाकर हत्या – जानिए क्यों टूटा एक घर का रिश्ता?
मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री ने जताया शोक, दिए जांच के आदेश
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया और संबंधित अधिकारियों को तत्काल राहत कार्य और घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। वहीं, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा,
“यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। घायलों का इलाज सरकार की ओर से कराया जा रहा है। साथ ही, छत गिरने के कारणों की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय समिति गठित की जा रही है।”
बारिश बनी हादसे की वजह? निर्माण गुणवत्ता पर उठे सवाल
झालावाड़ और आस-पास के क्षेत्रों में पिछले कई दिनों से मूसलधार बारिश हो रही है। आशंका जताई जा रही है कि बारिश के कारण भवन की दीवारें कमजोर हो गई होंगी। हालांकि, अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है। शिक्षा विभाग की प्रारंभिक रिपोर्ट में भवन की उम्र और गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए हैं।
इलाके में मातम का माहौल, स्कूल बंद, अभिभावकों में डर
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पूरे इलाके में शोक की लहर फैल गई है। गांव के लोग, अभिभावक और स्कूल स्टाफ सदमे में हैं। पिपलोदी विद्यालय को फिलहाल अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को सहायता राशि देने की घोषणा की है।


