नालंदा: बिहार-झारखंड में मानसून ने अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। झारखंड (Jharkhand) से छोड़े गए 1.15 लाख क्यूसेक पानी ने नालंदा जिले में कोहराम मचा दिया है। नालंदा की लोकायन और जीराईन पंचाने नदी समेत कई नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे कई जगह तटबंध टूट चुके हैं।
प्रशासन ने जारी किया अलर्ट, सड़कों पर चढ़ा पानी
नालंदा जिला प्रशासन लगातार माइकिंग कर निचले इलाकों के लोगों को सतर्क कर रहा है। लेकिन बिहारशरीफ समेत शहरी इलाकों की सड़कों पर पानी का बहाव इतना तेज है कि लोगों का आवागमन मुश्किल हो गया है।
पंचाने नदी में उफान, कई रास्ते बंद
पंचाने नदी के उफान ने आशानगर, हबीबपुरा, सलेमपुर, सोहसराय अड्डापर और बसारबीघा मुख्य मार्ग को डुबो दिया है। जिला प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र इन रास्तों को पूरी तरह बंद कर दिया है।
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तटबंध टूटने से हिल्सा और एकंगरसराय में बढ़ा खतरा
लोकॉइन नदी का जलस्तर भी लगातार बढ़ रहा है, जिससे हिल्सा, चिकसौरा और एकंगरसराय में तटबंध टूटने की खबरें सामने आई हैं। जिलाधिकारी कुंदन कुमार खुद आपदा प्रबंधन टीम के साथ हालात का जायजा ले रहे हैं।
महादलित टोला में गंदगी, बीमारियों का डर
रविदास टोला के लोगों ने नाराजगी जताई है कि देर रात से उनके घरों में गंदा पानी घुस आया है। लोग दहशत में हैं क्योंकि अब तक कोई अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं पहुंचा। लोगों ने कहा कि रात में वो भगवान भरोसे ही रहते हैं। वहां गंदगी का अंबार लग गया है और संक्रमण फैलने का खतरा मंडरा रहा है।


