पटना: बिहार स्टेट इलेक्ट्रॉनिक्स डेवलपमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड (BELTRON) ने राज्य के युवाओं को रोजगार सुरक्षा का नया भरोसा दिया है। सरकारी इकाई ने अब तक 19,000 से अधिक युवाओं को स्थायी नौकरी प्रदान की है, जिसमें सेवानिवृत्ति तक यानी 60 वर्ष की आयु तक नौकरी की गारंटी दी जा रही है।
पारदर्शी भर्ती और सालाना वेतनवृद्धि
अधिकारियों के मुताबिक भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है, जिसे टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के माध्यम से कराया जाता है। चयनित उम्मीदवारों को न सिर्फ स्थायी नौकरी का लाभ मिलता है, बल्कि हर साल 10% वेतन वृद्धि भी सुनिश्चित की जाती है। इससे युवाओं को आर्थिक स्थिरता और नौकरी की अनिश्चितता से राहत मिली है।
ग्रामीण युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
यह पहल खास तौर पर उन युवाओं के लिए फायदेमंद साबित हो रही है जो ग्रामीण और पिछड़े इलाकों से आते हैं। अब वे डेटा एंट्री ऑपरेटर, प्रोग्रामर और स्टेनोग्राफर जैसी भूमिकाओं में काम कर रहे हैं और सीधे राज्य की प्रशासनिक व्यवस्था का हिस्सा बन रहे हैं। इससे न सिर्फ आत्मनिर्भरता बढ़ी है बल्कि हजारों परिवारों की आर्थिक स्थिति भी मज़बूत हुई है।
नीतीश सरकार के “रोजगार से सशक्त बिहार” की ओर कदम
अधिकारियों का मानना है कि बेल्ट्रॉन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विज़न “रोजगार से सशक्त बिहार” को गति दे रहा है। इस योजना से हज़ारों परिवार आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं और राज्य के विकास में योगदान दे रहे हैं।
आरक्षण नीति का पालन और सामाजिक न्याय
बेल्ट्रॉन की भर्ती प्रक्रिया राज्य की आरक्षण नीति के अनुरूप है, जिसमें अनुसूचित जाति (SC), अनुसूचित जनजाति (ST), अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) और महिलाओं को समान अवसर दिए जा रहे हैं। यह कदम सामाजिक न्याय और समावेशी विकास की दिशा में महत्वपूर्ण है।



