नियाग्रा फॉल्स में स्थित प्रतिष्ठित मनोरंजन और चिड़ियाघर परिसर मरीनलैंड ने संघीय सरकार को पत्र भेजकर एक गंभीर चेतावनी दी है — अगर 7 अक्टूबर तक तत्काल नकदी सहायता उपलब्ध नहीं कराई गई तो पार्क को अपनी 30 बेलुगा व्हेल्स को इच्छामृत्यु (euthanize) करने का निर्णय लेना पड़ेगा। इस खबर ने कनाडा में व्यापक चिंताएँ और गहरा विवाद पैदा कर दिया है।
पार्क प्रशासन ने लिखा है कि लंबे समय से चल रहे वित्तीय दबाव और कर्ज़ के कारण उनके पास इन बंदी व्हेल्स की देखभाल के लिए पर्याप्त संसाधन नहीं बचे हैं। मरीनलैंड, जो करीब 1,000 एकड़ में फैला विशाल मनोरंजन स्थल है और कभी पर्यटकों से गुलजार रहता था, पिछले कुछ वर्षों में लगातार आर्थिक संकट और पब्लिक बॉयकॉट का सामना कर रहा है। पार्क पर जानवरों के साथ क्रूरता और देखभाल में कमी के आरोप भी लगते रहे हैं, जिनकी वजह से वह सख्त निगरानी में है।
इस संकट की लगातार पृष्ठभूमि में कनाडा की मत्स्य पालन मंत्री जोआन थॉम्पसन ने मरीनलैंड द्वारा कुछ व्हेल्स को चीन के चिमेलोंग ओशन किंगडम भेजने के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था — और अब उन्होंने पार्क के हालिया पत्र का भी खंडन किया है। मंत्री का कहना है कि मरीनलैंड ने वर्षों तक इन व्हेल्स को कैद में रखा, बावजूद इसके कोई ठोस वैकल्पिक योजना नहीं बनाई; इसलिए सरकार इन खर्चों की ज़िम्मेदारी नहीं उठा सकती। मंत्री ने दोहराया कि व्हेल्स का स्वाभाविक घर महासागर है, न कि टैंक।
कनाडाई प्रेस के हवाले से नोट किया गया है कि 2019 के बाद से मरीनलैंड में 20 व्हेल्स की मौत दर्ज है — जिनमें एक किलर व्हेल और 19 बेलुगा शामिल हैं। उसी वर्ष कनाडाई संसद ने एक विधेयक पारित किया था जो बाद में कानून बन गया; इसके तहत व्हेल, डॉल्फिन और पोर्पोज़ को कैद में रखना प्रतिबंधित कर दिया गया — उल्लंघन पर भारी जुर्माना संभव है। निरीक्षकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि पार्क में पानी की खराब गुणवत्ता सहित कई कारणों से जानवरों की सेहत प्रभावित है।
पशु विशेषज्ञ और समुद्री जीव संरक्षणकर्ता कहते हैं कि कैद में पले-बढ़े समुद्री स्तनधारियों को बिना व्यापक पुनर्स्थापना और अनुकूलन कार्यक्रम के महासागर में छोड़ना खतरनाक हो सकता है। शिकार और सामाजिक व्यवहार की कमी जैसी चुनौतियाँ इन्हें खुले समुद्र में जीवित रहने में मुश्किलें दे सकती हैं। इसलिए विशेषज्ञ वैकल्पिक योजनाओं — जैसे अंतर-संगठनों के साथ स्थानांतरण, अस्थायी रिहैबिलिटेशन सेंटर या दीर्घकालिक पुरस्कार-आधारित धन जुटाने के विकल्पों — की वकालत कर रहे हैं।
मरीनलैंड का पत्र और उसकी चेतावनी कनाडाई और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में तहलका मचा रहे हैं। सरकार ने तात्कालिक सहायता के किसी प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है, लेकिन पशु अधिकार समूह और जन-आंदोलन अब पार्क की घोषणा के जवाब में शांत नहीं बैठे हैं। विरोध प्रदर्शन और ऑनलाइन कैम्पेन तेज़ हो रहे हैं, जबकि कानूनी और नैतिक विमर्श चल रहे हैं कि क्या एक दिवालिया मनोरंजन पार्क द्वारा दी गई ऐसी धमकी को कैसे रोका जाए और बंदी व्हेल्स की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।



