इसराइल-हमास युद्ध में ऐतिहासिक समझौता: ट्रंप की मध्यस्थता से 20 बंधक रिहा

दो वर्षों से जारी इसराइल-हमास युद्ध में पहली बड़ी कूटनीतिक सफलता, अमेरिका की मध्यस्थता से युद्धविराम समझौते पर बनी सहमति।

Fevicon Bbn24
Israel Hamas War Trump Mediation Hostages Release
Israel Hamas War Trump Mediation Hostages Release (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • हमास ने छोड़े 20 इसराइली बंधक, इसराइल ने 1900 फिलिस्तीनी कैदी किए रिहा।
  • युद्धविराम समझौते में अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की अहम भूमिका।
  • गाज़ा में राहत सामग्री भेजी गई, जल्द होगा ग्लोबल पीस समिट।

दो वर्षों से जारी इसराइल-हमास संघर्ष में पहली बार शांति की किरण दिखाई दी है। इसराइल ने पुष्टि की है कि हमास के कब्जे में रखे गए पहले सभी 20 जीवित इसराइली बंधकों को उत्तरी गाज़ा में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस को सौंप दिया गया है। यह रिहाई अमेरिका की मध्यस्थता में हुए युद्धविराम समझौते (Ceasefire Deal) के तहत हुई है, जिसे एक “ऐतिहासिक प्रगति” कहा जा रहा है।

बदले में इसराइल ने 1900 फिलिस्तीनी बंदियों को भी रिहा कर दिया है, जिससे शांति प्रक्रिया को गति मिलने की उम्मीद है।

गाज़ा में पहुंचने लगी राहत सामग्री

इस समझौते के तहत गाज़ा के अकालग्रस्त क्षेत्रों में मानवीय सहायता और राहत सामग्री भेजी जा रही है। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार, कई ट्रकों में दवाइयाँ, खाद्य सामग्री और स्वच्छ पानी गाज़ा में भेजा गया है।

इसी के साथ इसराइल में बंद हजारों फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।

डोनाल्ड ट्रंप की अहम भूमिका

दो साल से चल रहे संघर्ष के अंत की दिशा में यह सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। यह युद्धविराम अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की 20 सूत्रीय शांति योजना (Peace Plan) के पहले चरण का हिस्सा है, जिसे पिछले सप्ताह मिस्र में हुई परोक्ष वार्ताओं के दौरान मंजूरी मिली थी।

इन वार्ताओं में कतर, तुर्की और मिस्र जैसे प्रमुख देशों ने भी मध्यस्थता की भूमिका निभाई।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने इस रिहाई का स्वागत करते हुए कहा,

“मैं गाज़ा में रखे गए इसराइली बंधकों की रिहाई का स्वागत करता हूँ। यह उन परिवारों के लिए राहत की घड़ी है जिन्होंने दो वर्षों तक असहनीय पीड़ा झेली।”

इसराइल यात्रा पर ट्रंप

व्हाइट हाउस ने पुष्टि की है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सोमवार सुबह एयर फ़ोर्स वन से इसराइल पहुंचेंगे। अपनी यात्रा के दौरान वे बंधकों के परिवारों से मिलेंगे और इसराइल की संसद (Knesset) को संबोधित करेंगे।

इसके बाद ट्रंप मिस्र रवाना होंगे, जहां वे “ग्लोबल पीस समिट” की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में युद्धविराम समझौते पर औपचारिक हस्ताक्षर होंगे और मध्यपूर्व में दीर्घकालिक शांति की दिशा में नए कदम उठाए जाएंगे।

राजनयिकों का कहना है कि यह समझौता न केवल गाज़ा और इसराइल के बीच तनाव को कम करेगा, बल्कि पूरे मध्यपूर्व में स्थायी शांति की दिशा में एक नई शुरुआत साबित हो सकता है।

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