ऑस्ट्रेलिया-न्यूजीलैंड यात्रा में अफरातफरी: 59 उड़ानें रद्द, 565 से अधिक लेट

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रमुख हवाई अड्डों पर ऑपरेशनल संकट के कारण यात्री परेशान

Rohit Mehta Journalist
Australia New Zealand Flight Cancellations Delays 2025
Australia New Zealand Flight Cancellations Delays 2025 (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में 59 उड़ानें रद्द, 565 से अधिक लेट।
  • प्रमुख एयरलाइंस ने यात्रियों को अपनी वेबसाइट पर अपडेट चेक करने की सलाह दी।
  • सिडनी और ऑकलैंड हवाई अड्डों पर भारी भीड़ और लंबी कतारें।

ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में हवाई यात्रा के क्षेत्र में बड़ा संकट उत्पन्न हो गया है। हाल ही में 59 से अधिक उड़ानें रद्द कर दी गई हैं और 565 से ज्यादा उड़ानें देरी का सामना कर रही हैं। इस अराजकता से हजारों यात्री फंस गए हैं।

प्रभावित प्रमुख हवाई अड्डों में ऑकलैंड, सिडनी, मेलबर्न, ब्रिस्बेन और एडिलेड शामिल हैं। इसमें क्यूएंटास (Qantas), जेटस्टार (Jetstar), एमिरेट्स (Emirates), कैथे पैसिफिक (Cathay Pacific) और मलेशिया एयरलाइंस जैसी एयरलाइंस शामिल हैं। अधिकारियों और एयरलाइंस ने यात्रियों से अपने अपडेट्स चेक करने और टर्मिनलों में भीड़ प्रबंधन के लिए सहयोग करने की अपील की है।

व्यापक व्यवधान और यात्रियों की परेशानी

इस व्यवधान के कारण टर्मिनल में भारी भीड़, लंबी कतारें और यात्रियों में निराशा देखी गई। सिडनी और ऑकलैंड हवाई अड्डों पर यात्री विशेष रूप से रिइबुकिंग और ठहरने की व्यवस्था को लेकर असमंजस में थे। क्यूएंटास और जेटस्टार ने अभी तक विस्तृत आधिकारिक बयान नहीं दिया है, जबकि एमिरेट्स और कैथे पैसिफिक ने प्रभावित यात्रियों को अपनी वेबसाइट पर अपडेट चेक करने की सलाह दी है।

हाल की घटनाओं और उद्योग संदर्भ

यह संकट अगस्त 2025 की एक पिछली समस्या की याद दिलाता है, जब न्यूजीलैंड एयरवेज़ के समुद्री एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में पावर कट के कारण कई उड़ानें रद्द हो गई थीं। वर्तमान में उड़ानों की रद्दी और देरी से एयरलाइंस पर पहले से ही विश्वास और विश्वसनीयता को लेकर दबाव बढ़ गया है।

यात्री दृष्टिकोण और निष्कर्ष

यात्रा व्यवधान न केवल योजनाओं को प्रभावित करते हैं, बल्कि ऐसे समय में सिस्टम की सहनशीलता और पारदर्शिता की परीक्षा भी होती है। इस संकट में यात्रियों को अधिक सहयोग, बेहतर जानकारी और आपातकालीन योजना की आवश्यकता है।

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