गाजियाबाद (Ghaziabad) की क्राइम ब्रांच स्वाट टीम ने शनिवार देर रात 50 हज़ार के इनामी बदमाश बलराम ठाकुर को एनकाउंटर में मार गिराया। पुलिस के अनुसार बलराम खुद को कुख्यात गैंगस्टर अनिल दुजाना का गुरू बताकर व्यापारियों से रंगदारी वसूलता था।
कैसे हुआ एनकाउंटर?
शनिवार शाम पुलिस को सूचना मिली कि बलराम अपने साथियों के साथ डासना इलाके में एक ग्रे Baleno कार से घूम रहा है। घेराबंदी के दौरान पुलिस को देखते ही उसने टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में बलराम गंभीर रूप से घायल हुआ और बाद में अस्पताल में उसकी मौत हो गई। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मी भी घायल हुए।
अपराधों का लंबा रिकॉर्ड
पुलिस के अनुसार बलराम पर 34 आपराधिक केस दर्ज थे, जिनमें हत्या, रंगदारी और लूट शामिल हैं। वह थाना जहांगीराबाद का हिस्ट्रीशीटर था और दुजाना गैंग का सक्रिय सदस्य था।
कैसे करता था रंगदारी?
- अगस्त 2025 में बलराम ने WhatsApp कॉल कर एक व्यापारी से 25 लाख रुपये मांगे।
 - शिकायतकर्ता को अगवा कर 2 लाख रुपये और 15 तोले सोना लेकर छोड़ा गया।
 - सितंबर में दो और व्यापारियों से 50 लाख व 25 लाख की रंगदारी मांगी गई।
 - रंगदारी न देने पर परिवार को जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं।
 
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने बलराम के पास से तीन असलहे और वह मोबाइल जब्त किया है, जिससे रंगदारी मांगी जा रही थी। फरार साथियों की तलाश के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन जारी है।

            
            
            
            
            
            
                
                