एशिया कप 2025 में रविवार 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच ने राजनीतिक और सामाजिक माहौल गरमा दिया है। विपक्षी दलों के साथ-साथ आम जनता और यहां तक कि बीजेपी के सहयोगी भी इस मैच का विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर ट्रोल्स से लेकर सड़क पर विरोध तक, हर जगह नाराज़गी साफ दिख रही है।
संजय निरूपम का कड़ा बयान
महाराष्ट्र में बीजेपी सहयोगी शिंदे शिवसेना के नेता संजय निरूपम ने भारत-पाक मैच का जोरदार विरोध किया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद को बढ़ावा दिया है और निर्दोष भारतीयों की जान ली है। निरूपम ने साफ कहा कि “पाकिस्तान से खेल, सांस्कृतिक या कूटनीतिक किसी भी स्तर पर संबंध नहीं होने चाहिए।”
मनोज तिवारी भी हुए शामिल
पूर्व क्रिकेटर और पश्चिम बंगाल के मंत्री मनोज तिवारी ने भी भारत-पाक मैच को लेकर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि वह न सिर्फ इस मैच बल्कि पूरे एशिया कप का बहिष्कार कर रहे हैं। तिवारी ने कहा, “लोगों की जान किसी खेल से बड़ी है। पुलवामा से लेकर पठानकोट तक हमले हुए, कोई भी इसे नहीं भूल सकता।”
आतंकी हमलों से प्रभावित परिवारों का आक्रोश
पुणे की असावरी जगदाले, जिनके पिता पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए थे, ने मैच पर कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “पैसा देशभक्ति से बड़ा हो गया है क्या?” वहीं, गुजरात के सावन परमार, जिन्होंने हमले में पिता और भाई को खोया, ने भी इस आयोजन को बेहद दर्दनाक बताया।
महिला कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
मुंबई में शिवसेना-यूबीटी की महिला कार्यकर्ताओं ने सिंदूर के साथ प्रदर्शन कर इस मैच के खिलाफ आवाज उठाई। पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने ऐलान किया था कि हर घर से पीएम मोदी को सिंदूर भेजा जाएगा।



