पटना: भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार Pawan Singh की बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम Tejashwi Yadav से मुलाकात ने राज्य की सियासत में खलबली मचा दी है. इस मुलाकात पर जहां कई राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं, वहीं Tej Pratap Yadav ने बेहद तीखा हमला बोला है. तेज प्रताप ने पवन सिंह की राजनीतिक महत्वाकांक्षा पर सवाल उठाते हुए तंज कसा कि ये “नाचने-गाने वाले लोग” अब सॉफ्ट कॉर्नर बनाकर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं.
सॉफ्ट कॉर्नर बना रहे हैं? चुनाव लड़ना चाह रहे होंगे!
तेज प्रताप यादव से जब पवन सिंह और तेजस्वी यादव की मुलाकात पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने अपने बेबाक अंदाज़ में कहा,
“क्या सॉफ्ट कॉर्नर बन रहा है? नहीं बन रहा है? चुनाव लड़ना चाह रहे होंगे, इसलिए सॉफ्ट कॉर्नर दिखा रहे होंगे.”
तेज प्रताप ने इसे साफ तौर पर पवन सिंह की राजनीति में एंट्री का संकेत माना और इसे एक सोची-समझी सियासी चाल बताया. उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि ये सब फिल्मी कलाकार हैं, नाचने-गाने वाले लोग हैं. उन्होंने कहा, “उससे दाल-रोटी चलता है, अपना चलाएं.”
तेज प्रताप की खुली चुनौती- लड़ना है तो चुनाव लड़ें!
तेज प्रताप ने आगे कहा, “सबके मन में चुनाव लड़ने की इच्छा होती है. अगर उनके मन में भी चुनाव लड़ने की ख्वाहिश है तो वे चुनाव लड़ें, हमें कोई दिक्कत नहीं है.” उनके इस बयान में एक तरफ चुनौती है तो दूसरी तरफ भीतर ही भीतर असहजता के संकेत भी हैं.
राजद में अंदरूनी खींचतान?
तेज प्रताप का यह बयान यह भी संकेत देता है कि RJD के भीतर भोजपुरी कलाकारों की सियासी एंट्री को लेकर मतभेद हैं. क्या पार्टी के भीतर कोई ऐसा गुट है जो पवन सिंह की संभावित एंट्री को लेकर सशंकित है? तेज प्रताप का बयान इस बहस को हवा दे रहा है.
लोकसभा में दिखी थी पवन सिंह की ताकत
गौरतलब है कि पवन सिंह ने हाल ही में काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था और दूसरे स्थान पर रहे थे. उनके वोट शेयर ने साफ कर दिया था कि उनके पास एक अच्छी खासी जनाधार है. तेजस्वी यादव से मुलाकात के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि पवन सिंह महागठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं.
तेज प्रताप का तीखा बयान यह बताता है कि पार्टी के भीतर इस मुद्दे पर सहमति नहीं है और अगर पवन सिंह सियासत में उतरते हैं तो राजद में अंदरूनी हलचल और तेज हो सकती है.



