बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर (PK) और बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाज़ी तेज हो गई है। भोजपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान पीके ने बिहार भाजपा के पूर्व अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय जायसवाल को सीधा चैलेंज दे डाला।
“दम है तो जेल भेजकर दिखाएं” – प्रशांत किशोर
पीके ने कहा, “गीदड़ की जब मौत आती है तो शहर की तरफ भागता है। इनके बड़े भाई दिलीप जायसवाल भी उछल रहे थे, अब वो भी हाथ जोड़ चुके हैं। ऐसे ही ये भी चार दिन में ठंडे हो जाएंगे। दम है तो जेल भेजकर दिखाएं, सात जन्म लग जाएंगे हमें अंदर करवाने में।”
पेट्रोल पंप घोटाले का आरोप
प्रशांत किशोर ने संजय जायसवाल पर तेल चोरी और फर्जी बिलिंग का गंभीर आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि बेतिया नगर निगम की प्रोसिडिंग में लिखा है – “संजय जायसवाल के पेट्रोल पंप से सरकारी गाड़ियों के लिए 10 लीटर तेल का बिल 20 लीटर के बराबर बनाया जाता है।”
पीके का साफ कहना था कि वह इन आरोपों से पीछे हटने वाले नहीं हैं – “केस कर दो, हम डरने वाले नहीं हैं।”
जायसवाल का पलटवार और नोटिस
दूसरी ओर, बीजेपी सांसद संजय जायसवाल ने पीके को कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि 15 दिनों में या तो पीके सबूत दें या सार्वजनिक माफी मांगें। अन्यथा, वे उन पर मुकदमा कराकर जेल भेजेंगे।
जायसवाल का आरोप है कि “प्रशांत किशोर राजनीति का सबसे बड़ा व्यापारी हैं, जिन्होंने चंपारण में झूठ फैलाकर मेरी छवि धूमिल करने की कोशिश की है।”
बिहार की सियासत में पीके और बीजेपी नेताओं के बीच चल रही जुबानी जंग चुनावी माहौल को और गर्मा रही है। अब सबकी नजर इस बात पर है कि क्या यह मामला सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप तक सीमित रहेगा या वाकई अदालत तक पहुंचेगा।


