बिहार विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी अपने पत्ते खोल रही है और इस बार बड़ा चेहरा बनकर सामने आए हैं भोजपुरी पावरस्टार पवन सिंह। मंगलवार को उन्होंने दिल्ली में बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर अपने राजनीतिक भविष्य की नई पटकथा लिख दी।
शाह-नड्डा संग मुलाकात ने बढ़ाई चर्चाएं
दिल्ली पहुंचकर पवन सिंह ने सबसे पहले राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा से भेंट की। मुलाकात के बाद उन्होंने गृहमंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी अलग-अलग मीटिंग की। इन बैठकों के दौरान बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े और नेता ऋतुराज सिन्हा मौजूद रहे। माना जा रहा है कि यह मुलाकात पवन सिंह की भाजपा में औपचारिक वापसी का संकेत है।
उपेंद्र कुशवाहा संग बनी ‘सुलह की तस्वीर’
लोकसभा चुनाव में पवन सिंह की वजह से उपेंद्र कुशवाहा को हार का सामना करना पड़ा था। लेकिन इस मुलाकात से दोनों के बीच दूरियां कम होती दिख रही हैं। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस सुलह से भाजपा को चुनावी गणित साधने में बड़ी मदद मिलेगी, खासकर राजपूत और कुशवाहा वोटबैंक को एकजुट करने में।
5 अक्टूबर को होगी आधिकारिक एंट्री
बीजेपी नेता विनोद तावड़े ने साफ कहा कि “पवन सिंह भाजपा में हैं और भाजपा में ही रहेंगे।” पार्टी 5 अक्टूबर को पवन सिंह की औपचारिक एंट्री कराने की तैयारी कर रही है। उनकी लोकप्रियता से पार्टी चुनावी मैदान में मजबूत संदेश देना चाहती है।
काराकाट से चुनाव लड़ने की संभावना
सूत्रों के मुताबिक, पवन सिंह इस बार काराकाट विधानसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी हो सकते हैं। पिछली बार उन्होंने यहीं से निर्दलीय चुनाव लड़कर एनडीए को कड़ी चुनौती दी थी। अब पार्टी टिकट पर मैदान में उतरने की अटकलों से सियासी गलियारों में हलचल तेज़ हो गई है।



