पटना में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, इसकी एक और मिसाल सामने आई है। मौर्य बिहार कॉलोनी से रहस्यमय तरीके से लापता हुए मंजेश कुमार का शव 14 दिन बाद शनिवार को फुलवारीशरीफ इलाके में एक नाले से बरामद हुआ। इस खबर के सामने आते ही इलाके में हड़कंप मच गया।
एम्स के पास स्थित एक दवा दुकान में काम करने वाले मंजेश 6 जुलाई से गायब थे। परिजनों ने उसी दिन फुलवारीशरीफ थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था। लेकिन 14 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ खाली थे। शनिवार को कुछ राहगीरों ने नाले में एक शव देखा। सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और शव को बाहर निकाला गया। पहचान होने पर पता चला कि वह शव मंजेश का है।
परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अगर समय पर कार्रवाई होती तो शायद मंजेश की जान बचाई जा सकती थी। उन्होंने दावा किया है कि मंजेश की हत्या की गई है और शव को साक्ष्य मिटाने के लिए नाले में फेंका गया। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसे लेकर कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। फिलहाल शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है और जांच जारी है।
इस घटना के बाद पटना पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। लोगों का कहना है कि शहर में अपराध बढ़ते जा रहे हैं लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। मंजेश के परिजन इंसाफ की गुहार लगा रहे हैं और जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं।


