बिहार की राजधानी पटना में डेंगू की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक अब तक 300 से ज्यादा मरीज सामने आ चुके हैं। रविवार को 15 और सोमवार को 5 नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ गई है।
20 हॉटस्पॉट चिन्हित, सबसे ज्यादा मरीज बैंकिपुर जोन में
स्वास्थ्य विभाग ने पटना के छह ज़ोन में 20 हॉटस्पॉट की पहचान की है, जहां पाँच से अधिक मामले मिले हैं। इनमें बैंकिपुर जोन सबसे ज़्यादा प्रभावित है, जहां अब तक 92 मामले सामने आए हैं। इसके बाद पाटलिपुत्र जोन (61), नूतन राजधानी (29), अज़ीमाबाद (18), कंकड़बाग (15) और पटना सिटी (20) मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, फुलवारीशरीफ और दानापुर में भी डेंगू के मामले फैलने लगे हैं।
अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार
सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने सभी बड़े अस्पतालों को डेंगू मरीजों के लिए विशेष इंतज़ाम करने के निर्देश दिए हैं। पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) में 10 बेड का अलग वार्ड तैयार किया गया है। वहीं, नालंदा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (NMCH) में 40 बेड आरक्षित किए गए हैं, जिसमें पुरुष और महिला मरीजों के लिए बराबर संख्या रखी गई है।
बच्चों में भी डेंगू का असर
NMCH में सोमवार को 64 सैंपल की जांच की गई, जिनमें 2 मामले पॉज़िटिव पाए गए। इनमें एक साढ़े तीन साल की बच्ची भी शामिल है, जिसे मेडिसिन विभाग में भर्ती कराया गया है।
बरसात में खतरा और बढ़ सकता है
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि मानसून के चलते डेंगू के मामले और बढ़ सकते हैं। उन्होंने लोगों से अपील की है कि घरों के आसपास पानी जमा न होने दें, सफाई रखें और दिन में भी मच्छरदानी का उपयोग करें।