पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (PMCH) में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही एक बार फिर उजागर हुई है। अस्पताल के RSB वार्ड के बाहर खुले में घंटों पड़े रहने के बाद 55 वर्षीय मरीज की मौत हो गई।
कब और कैसे हुआ हादसा?
यह घटना सुबह करीब 9 बजे अस्पताल के पार्किंग एरिया के पास हुई। यहां दो मरीज बिना देखरेख के पड़े थे। इनमें से एक मरीज की मौत हो गई, जबकि दूसरा 25 वर्षीय युवक गंभीर हालत में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया।
इलाज के दौरान खुद वार्ड से बाहर आया मरीज
अस्पताल सूत्रों के मुताबिक मृतक मरीज पहले से इलाज करा रहा था, लेकिन वह वार्ड से खुद बाहर आ गया था। समय रहते ध्यान न देने पर उसकी हालत बिगड़ती चली गई और उसने दम तोड़ दिया।
प्रशासन ने क्या कहा?
इस घटना पर PMCH अधीक्षक डॉ. आई.एस. ठाकुर ने बताया कि तुरंत कार्रवाई की गई। उन्होंने माना कि फिलहाल अस्पताल में ‘त्यक्त मरीज वार्ड’ (Abandoned Patient Ward) नहीं है। पुराने भवन का नवीनीकरण होने के कारण ऐसे मरीजों को सामान्य वार्ड में ही रखा जा रहा है।
क्या सिर्फ ढांचा सुधार काफी है?
अस्पताल आए परिजनों और स्टाफ का कहना है कि ऐसे मामले सिस्टम की गंभीर खामियों को उजागर करते हैं। अक्सर मरीज इलाज के दौरान वार्ड से बाहर निकल जाते हैं और प्रशासन को इसकी जानकारी तक नहीं होती। आलोचकों का कहना है कि सिर्फ इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारना काफी नहीं, जब तक मरीजों की देखरेख और निगरानी मजबूत न हो।


