बिहार सरकार के खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग ने “वन नेशन, वन राशन कार्ड” (One Nation, One Ration Card) योजना को और व्यापक बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाया है। यह योजना विशेषकर उन प्रवासी मजदूरों के लिए संजीवनी साबित हो रही है, जो रोज़गार की तलाश में अपने गांव-शहरों से दूर देश के अन्य हिस्सों में काम कर रहे हैं।
अब बिहार का कोई भी लाभार्थी देश के किसी भी कोने में रहकर राशन कार्ड के माध्यम से सस्ती दर पर राशन प्राप्त कर सकता है, चाहे वह दिल्ली हो, मुंबई हो या चेन्नई।
क्या है One Nation, One Ration Card योजना?
बिल्कुल वैसे ही जैसे आप अपना मोबाइल नंबर पोर्ट कराते हैं और वह पूरे देश में चलता है, इसी तरह अब राशन कार्ड भी “पोर्टेबल” हो गया है। यानी कार्डधारक भारत के किसी भी राज्य में सरकारी पीडीएस दुकान से अपना राशन ले सकता है, बिना किसी पते के बदलाव या स्थानिक प्रमाण की आवश्यकता के।
योजना की मुख्य बातें
- एक कार्ड, हर राज्य में मान्य: अब हर राज्य में राशन के लिए अलग कार्ड की जरूरत नहीं
- जहां काम, वहीं अनाज: प्रवासी मजदूर जिस राज्य में रोजगार पा रहे हैं, वहीं राशन भी पा सकते हैं
- बायोमेट्रिक सत्यापन: डिजिटलीकरण और ई-पॉस मशीन के ज़रिए पूरी प्रक्रिया पारदर्शी
- स्थानीय पते की बाध्यता खत्म: अब पंचायत या वार्ड से प्रमाण लेने की आवश्यकता नहीं
- आत्मनिर्भर भारत मिशन से जुड़ी योजना: हर नागरिक को भोजन की गारंटी
मजदूरों के लिए सबसे बड़ा फायदा
बिहार से जाकर पंजाब या गुजरात जैसे औद्योगिक राज्यों में कार्य करने वाले मजदूर अब बिना किसी बाधा के राशन प्राप्त कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें बस अपना आधार से लिंक किया हुआ राशन कार्ड और अंगूठे का बायोमेट्रिक सत्यापन देना होगा।
सरकारी पीडीएस दुकानों पर यह सुविधा अब एक्टिव है। इससे भूख की समस्या तो घटेगी ही, साथ ही प्रवासी मजदूरों को अस्थिर आय के समय भोजन की चिंता नहीं रहेगी।
विभागीय बयान
खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग द्वारा जारी एक सरकारी पोस्टर में यह जानकारी साझा की गई कि यह योजना “कोई भूखा न सोए” मिशन की दिशा में एक बड़ा कदम है। इसे आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत लाया गया है ताकि हर जरूरतमंद तक बिना भेदभाव के राशन पहुंचे।
कैसे पाएं इस योजना का लाभ?
- राशन कार्ड आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए
- परिवार की जानकारी डिजिटल सिस्टम में उपलब्ध हो
- राशन डीलर के पास ई-पॉस मशीन होनी चाहिए
- बायोमेट्रिक पहचान के बाद तुरंत राशन मिल जाएगा
निष्कर्ष
One Nation, One Ration Card योजना बिहार सहित पूरे भारत के गरीब और प्रवासी नागरिकों के लिए सामाजिक सुरक्षा की मजबूत दीवार बन चुकी है। यह सिर्फ राशन देने की व्यवस्था नहीं है, बल्कि यह उस हर व्यक्ति की गरिमा और हक़ की गारंटी है, जो मेहनत करता है पर भूखा नहीं रहना चाहता।



