बिहार के राजनीतिक माहौल में चुनावी गर्मी बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार योजनाओं और सौगातों का ऐलान कर रहे हैं। लेकिन, जन सुराज के संयोजक प्रशांत किशोर (PK) ने इन ऐलानों पर सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि “डर के मारे नीतीश कुमार रेवड़ियां बांट रहे हैं।”
चुनावी साल में सौगातों की बारिश
हाल ही में नीतीश कुमार ने बुजुर्गों की पेंशन 400 से बढ़ाकर 1100 रुपये करने की घोषणा की। आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय और रसोइयों की सैलरी भी बढ़ा दी गई। इतना ही नहीं, 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने और आंगनबाड़ी सेविकाओं का मानदेय 7 हजार से बढ़ाकर 9 हजार करने का ऐलान भी किया गया।
प्रशांत किशोर का दावा: जनता जन सुराज के साथ
पूर्णिया के रूपौली विधानसभा में जनसभा को संबोधित करते हुए पीके ने कहा कि नीतीश कुमार की सरकार को अब जनता का डर सता रहा है। उन्होंने कहा—
“अभी तो लोगों ने वोट भी नहीं डाले, सिर्फ जन सुराज की सभाओं में शामिल होना शुरू किया है और सरकार घबराहट में फैसले ले रही है।”
कांग्रेस पर भी साधा निशाना
प्रशांत किशोर ने कटिहार के कांग्रेस सांसद तारिक अनवर पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि बाढ़ पीड़ित के कंधे पर चढ़कर निरीक्षण करना “राजशाही मानसिकता” को दर्शाता है। साथ ही राहुल गांधी पर भी तंज कसते हुए कहा कि वे छह दिन में बिहार की समस्याएं समझने का दावा करके लौट गए लेकिन कोई ठोस समाधान नहीं दिया।



