पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव (Bihar Election 2025) से पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के भीतर सीट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज हो गई है। हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) प्रमुख जीतन राम मांझी ने खुलकर नीतीश कुमार का समर्थन करते हुए लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) प्रमुख चिराग पासवान के खिलाफ अपने उम्मीदवार उतारने की चेतावनी दी है।
मांझी का ऐलान – बोधगया और मखदुमपुर से उतारेंगे उम्मीदवार
मांझी ने घोषणा की कि उनकी पार्टी बोधगया और मखदुमपुर सीटों से अपने उम्मीदवार उतारेगी। यह दोनों सीटें फिलहाल चिराग पासवान गुट के हिस्से में मानी जा रही थीं। मांझी के इस कदम से एनडीए में दरार और गहरी होती दिख रही है।
भाजपा ने दी राहत, दो सीटें छोड़ीं जेडीयू के लिए
तनाव कम करने के प्रयास में भाजपा (BJP) ने कहलgaon और करकट सीटें जेडीयू (JD(U)) को वापस देने का निर्णय लिया है। बताया जा रहा है कि नीतीश कुमार अब भी कुछ और पारंपरिक सीटों के बंटवारे पर पुनर्विचार की मांग कर रहे हैं।
जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) के बीच भी विवाद
सोनबरसा और राजगीर सीटों को लेकर भी जेडीयू और एलजेपी (रामविलास) के बीच टकराव जारी है। सोनबरसा सीट जहां पहले एलजेपी(R) को दी गई थी, वहीं नीतीश कुमार ने वहां से अपने मंत्री रत्नेश सादा को पुनः टिकट दे दिया है, जिससे गठबंधन के भीतर असंतोष बढ़ गया है।
जेडीयू सांसद का इस्तीफा, भाजपा की चिंता बढ़ी
जेडीयू सांसद अजय मंडल ने टिकट वितरण में अनदेखी का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार को इस्तीफा सौंप दिया है। उन्होंने पत्र में लिखा, “मेरी राय को नजरअंदाज किया गया, जो बेहद निराशाजनक है।” इस घटना ने एनडीए की आंतरिक स्थिति को और अस्थिर कर दिया है।
नीतीश की रणनीतिक बैठक, अमित शाह की संभावित यात्रा
बढ़ते असंतोष को देखते हुए नीतीश कुमार ने अपने आवास पर दो घंटे की आपात बैठक बुलाई, जिसमें संजय झा, ललन सिंह और विजय चौधरी शामिल रहे। सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही पटना का दौरा कर सकते हैं ताकि गठबंधन में चल रहे विवाद को शांत किया जा सके। हालांकि आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है।


