बिहार के बेगूसराय से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह एक बार फिर अपने विवादित बयान को लेकर सुर्खियों में हैं। एक सार्वजनिक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मुसलमानों को ‘नमक हराम’ कह डाला, जिसके बाद सियासी हलकों में हलचल तेज हो गई है।
क्या कहा गिरिराज सिंह ने?
कार्यक्रम में जीविका दीदियों को संबोधित करते हुए गिरिराज सिंह ने दावा किया कि सरकार की योजनाओं से मुसलमानों को प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान कार्ड, मुफ्त राशन और गैस चूल्हा जैसी सुविधाएं मिलती हैं, लेकिन वे वोट नहीं देते। उन्होंने कहा कि जब किसी मौलवी से इस बारे में पूछा गया तो उसने ‘खुदा कसम’ खाते हुए स्वीकार किया कि उसने वोट नहीं दिया।
फतवे और मंदिर की ‘हुंकार’ पर चेतावनी
गिरिराज सिंह ने आगे कहा कि यदि मस्जिदों से ‘फतवा’ जारी होगा कि किसे वोट देना है, तो अब मंदिरों से भी ‘हुंकार’ उठेगी। जैसे ही उन्होंने यह बयान दिया, भीड़ से ‘जय श्री राम’ के नारे गूंज उठे।
विपक्ष का पलटवार तय
विपक्ष लंबे समय से गिरिराज सिंह पर सांप्रदायिक बयानबाजी का आरोप लगाता रहा है। अब इस नए बयान से राजनीतिक हलकों में गरमागरम बहस छिड़ने की संभावना और बढ़ गई है।
बांग्लादेशियों पर भी बोले तीखे शब्द
गिरिराज सिंह ने साफ कहा कि अगर उनकी पार्टी की सरकार दोबारा बनी, तो बिहार में रह रहे बांग्लादेशी और रोहिंग्या को बाहर खदेड़ दिया जाएगा। उन्होंने कांग्रेस और राजद पर सीएए का विरोध करके वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप भी लगाया।



