बिहार के मुजफ्फरपुर में सियासी माहौल गरमा गया, जब महात्मा गांधी की प्रतिमा पर भाजपा की टोपी और कमल वाला झंडा लगाया गया। यह घटना मीनाापुर इलाके के एक स्कूल गेट के पास आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान सामने आई।
विपक्ष का आक्रोश और गंगाजल से शुद्धिकरण
घटना की तस्वीरें सामने आते ही आरजेडी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। आरजेडी विधायक मुन्ना यादव खुद मौके पर पहुंचे, प्रतिमा से भाजपा के प्रतीक चिन्ह हटाए और गंगाजल से शुद्धिकरण किया। इसके बाद उन्होंने मीनाापुर थाना में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई। यादव ने इस कृत्य को “शर्मनाक और राष्ट्रपिता का अपमान” बताया।
पुलिस जांच और बढ़ता राजनीतिक तनाव
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीद गवाहों के बयान खंगाले जा रहे हैं, ताकि जिम्मेदार लोगों की पहचान हो सके। वहीं, भाजपा और एनडीए आयोजकों की ओर से अभी तक स्पष्ट नहीं किया गया है कि प्रतिमा पर प्रतीक चिन्ह किसने लगाए।
यह मामला चुनावी माहौल में और भी गर्माहट ला रहा है, जिससे सियासी बयानबाजी तेज हो गई है।


