पटना: बिहार की राजधानी पटना में गुरुवार को कांग्रेस नेताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। पार्टी का आरोप है कि सरकार ने Adani Group को 1050 एकड़ जमीन और करीब एक लाख पेड़ मात्र एक रुपये सालाना पर सौंप दिए। इस कथित डील के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और नारेबाजी की— “जमीन चोरों, इस्तीफा दो!”
कांग्रेस का आरोप—’फायर-सेल’ में जमीन सौंप दी गई
प्रदर्शन की शुरुआत कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम से हुई और यह जुलूस बांसघाट स्थित राजेंद्र बाबू की समाधि की ओर बढ़ा। बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम ने कहा कि पार्टी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास का घेराव भी करेंगे।
पुलिस की नाकेबंदी और कांग्रेस नेता शामिल
प्रदर्शन को रोकने के लिए राजापुर इलाके में पुलिस ने भारी बैरिकेडिंग की। इस विरोध मार्च में कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे जिनमें—कृष्णा अल्लावरु (बिहार कांग्रेस प्रभारी), राजेश राम, कांग्रेस विधायक दल के नेता डॉ. शकील अहमद खान और विधान परिषद नेता डॉ. मदन मोहन झा शामिल थे।
केंद्र सरकार पर भी साधा निशाना
इस विरोध से कुछ दिन पहले, दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी आरोप लगाए थे। खेड़ा ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों की जमीन जबरन ले रही है और बिहार चुनाव से पहले Adani Group को फायदा पहुंचा रही है। उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री की बिहार यात्रा के दौरान कई किसानों को नजरबंद भी किया गया।


