बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले विपक्षी दलों के महागठबंधन में मुख्यमंत्री के चेहरे पर सहमति बनती नहीं दिख रही है। आरजेडी ने तेजस्वी यादव को अपना सीएम उम्मीदवार घोषित कर दिया है, लेकिन कांग्रेस अब तक इस पर खुलकर सामने नहीं आई है।
कांग्रेस ने जनता पर छोड़ा फैसला
बुधवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरू से जब तेजस्वी यादव को महागठबंधन का सीएम कैंडिडेट बनाए जाने का सवाल पूछा गया तो उन्होंने पहले टालने की कोशिश की और बाद में मुस्कुराते हुए कहा – “बिहार का सीएम बिहार की जनता ही तय करेगी।”
इससे पहले राहुल गांधी भी पूर्णिया में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान इस सवाल पर सीधा जवाब देने से बच चुके हैं।
सीट बंटवारे पर भी कांग्रेस का बयान
कृष्णा अल्लावरू ने बताया कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत जारी है। उन्होंने कहा कि गठबंधन की मजबूती के लिए सीटों का संतुलन बेहद जरूरी है। हर दल को अच्छी और चुनौतीपूर्ण सीटों का समान बंटवारा होना चाहिए।
कांग्रेस की रणनीति पर उठ रहे सवाल
2020 के चुनाव में कांग्रेस ने आरजेडी के साथ मिलकर तेजस्वी को सीएम कैंडिडेट मान लिया था, लेकिन इस बार पार्टी लगातार इस सवाल से बच रही है। इससे साफ है कि महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर अभी भी असमंजस बरकरार है।



