कांग्रेस में बवाल: टिकट की देरी पर पटना एयरपोर्ट पर अल्लावरु के खिलाफ हंगामा

बिहार चुनाव 2025 से पहले कांग्रेस में फूट—कैंडिडेट लिस्ट की देरी ने बढ़ाया गुस्सा, पटना एयरपोर्ट पर जमकर नारेबाजी

Rohit Mehta Journalist
Bihar Congress Protest At Patna Airport Over Ticket Delay
Bihar Congress Protest At Patna Airport Over Ticket Delay (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर पटना एयरपोर्ट पर हंगामा।
  • प्रभारी कृष्णा अल्लावरु और अन्य नेताओं के खिलाफ नारेबाजी।
  • सीट बंटवारे में देरी से महागठबंधन की स्थिति कमजोर।

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का नामांकन खत्म होने से दो दिन पहले तक कांग्रेस पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की थी। इस देरी से टिकट के दावेदारों और उनके समर्थकों में भारी नाराज़गी फैल गई। नतीजा यह हुआ कि पटना एयरपोर्ट पर बिहार कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु, प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम और विधायक दल के नेता शकील अहमद खान के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई।

एयरपोर्ट पर नारेबाजी और मारपीट का माहौल

दिल्ली में हुई पार्टी की चुनाव समिति की बैठक से लौट रहे कांग्रेस नेताओं को एयरपोर्ट पर विरोध का सामना करना पड़ा। इस दौरान स्थिति इतनी बिगड़ गई कि छात्र नेता मनीष कुमार की पिटाई तक हो गई। बिक्रम से टिकट मांग रहे अशोक गगन के समर्थकों ने विरोध करते हुए कांग्रेस नेताओं को जवाब देने की मांग की।

गठबंधन में सीट बंटवारे पर खींचतान जारी

महागठबंधन (MGB) में कांग्रेस और राजद (RJD) के बीच सीट बंटवारे को लेकर खींचतान अभी भी जारी है। सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में हुई बैठक के बाद दोनों दलों में सहमति नहीं बन पाई। कांग्रेस 70 सीटों पर लड़कर 19 जीती थी, जबकि राजद ने 144 सीटों पर 75 जीत हासिल की थी। इस बार कांग्रेस चाहती है कि सीटों का बंटवारा 2020 के प्रदर्शन के अनुपात में हो।

कांग्रेस-राजद की बातचीत में ठहराव, फिर उम्मीद की किरण

दिल्ली में बैठक के बाद मतभेद इतने बढ़ गए कि राजद सांसद मनोज झा ने टूटे रिश्तों पर दोहा ट्वीट किया। हालांकि, शाम तक खबरें आईं कि मुकेश सहनी का मसला सुलझ गया है और रात तक सीटों की घोषणा संभव है। महागठबंधन के अन्य दल माले (CPIML) और CPI पहले ही कुछ सीटों पर उम्मीदवार उतार चुके हैं।

पहले चरण के नामांकन की उलटी गिनती

अब पहले चरण के नामांकन के लिए केवल दो दिन बचे हैं। ऐसे में कांग्रेस की देरी ने न केवल अपने कार्यकर्ताओं को नाराज़ किया है, बल्कि महागठबंधन की एकजुटता पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। अगर आज रात तक लिस्ट जारी नहीं होती, तो पार्टी के अंदरूनी असंतोष का स्तर और बढ़ सकता है।

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