प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी दिवंगत मां हीराबेन मोदी पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी के विरोध में BJP महिला मोर्चा ने गुरुवार को बिहार बंद का आह्वान किया। सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक बंद के दौरान जगह-जगह सड़कों और दुकानों को बंद कराया गया।
इसी दौरान जहानाबाद जिले के अरवल मोड़ पर एक महिला शिक्षक के साथ मारपीट का सनसनीखेज मामला सामने आया।
फोटो-वीडियो बनाने पर भड़की भीड़
जानकारी के अनुसार, बंद समर्थक महिलाएं सड़क जाम कर विरोध कर रही थीं। तभी एक महिला शिक्षक वहां पहुंचकर मोबाइल से फोटो और वीडियो बनाने लगीं। इससे गुस्साई भीड़ ने उन्हें घेर लिया और बुरी तरह से पीट दिया।
पुलिस मौके पर पहुंची और महिला को भीड़ से निकालकर सुरक्षित थाना ले जाया गया।
BJP महिला मोर्चा का आरोप, महिला का पक्ष अलग
BJP महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं ने दावा किया कि वह महिला राजद (RJD) की एजेंट है और विरोध को कमजोर करने के लिए वीडियो बना रही थी।
वहीं पीड़ित महिला ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि वह एक शिक्षक हैं, किसी राजनीतिक दल की कार्यकर्ता नहीं।
महिला सम्मान पर खड़ा हुआ बड़ा सवाल
यह घटना अब सवाल खड़े कर रही है कि जब विरोध प्रदर्शन महिला सम्मान के नाम पर किया जा रहा था, तो फिर एक महिला शिक्षक के साथ ऐसा व्यवहार क्यों हुआ?
एक तरफ सम्मान की बात, दूसरी ओर अपमान—BJP की इस घटना पर अब बहस तेज हो गई है।


