दिल्ली की दो बच्चों की मां पर आगरा के एक कुंवारे युवक को हुस्न के जाल में फंसाने और 10 लाख रुपये मांगने का आरोप लगा है। युवक की दोस्ती महिला से फेसबुक के माध्यम से हुई थी।
शुरुआत में बातचीत बढ़ी, शादी का वादा हुआ और फिर संबंध बने। बाद में मामला ब्लैकमेलिंग, धमकी और उगाही तक पहुंच गया।
शादी का झांसा और हनीट्रैप का खेल
अजय जाटव, निवासी अनुपम नगर, ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर पूरी कहानी बताई।
उसने कहा:
“महिला ने खुद को अविवाहित बताकर शादी का वादा किया और फिर मुझसे संबंध बनाए।”
कुछ समय बाद अजय को सच्चाई पता चली —
युवती पहले से शादीशुदा थी और दो बच्चों की मां।
अजय का आरोप है कि महिला पेशेवर ब्लैकमेलर है और पहले भी कई लोगों को इसी तरह फंसा चुकी है।
10 लाख की मांग और ब्लैकमेल
अजय ने आरोप लगाया कि महिला ने मामले को निपटाने के लिए 10 लाख रुपये की उगाही की।
जब उसने पैसे देने से इनकार किया, तो महिला ने:
- झूठे केस दर्ज कराए
- सामाजिक छवि खराब करने की धमकी दी
- अलग-अलग थानों में शिकायतें भेजीं
“रुपये न देने पर महिला मुझे बदनाम करने लगी और धमकाने लगी।” — अजय
पुलिस जांच और कोर्ट का आदेश
दिल्ली पुलिस जांच में महिला के आरोप झूठे साबित हुए।
आगरा में दर्ज पुरानी FIR की अंतिम रिपोर्ट भी लग चुकी थी, लेकिन महिला बार-बार धमकाने के लिए अजय के घर आने लगी।
पुलिस में शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई तो युवक ने पुलिस कमिश्नर और फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया।
अदालत ने पूरे मामले की जांच के बाद आदेश दिया कि:
“महिला के खिलाफ तुरंत मुकदमा दर्ज किया जाए।”
सदर थाने में FIR दर्ज कर ली गई है और पुलिस अब हनीट्रैप रैकेट की जांच कर रही है।
मामले की गंभीरता
यह मामला सिर्फ व्यक्तिगत नहीं, बल्कि सोशल मीडिया फ्रॉड और हनीट्रैप गैंग का संकेत है।
प्रमुख बिंदु:
- फेसबुक फ्रेंडशिप से शुरू हुआ विवाद
- शादी का झूठा वादा
- संबंध बनाने के बाद ब्लैकमेल
- 10 लाख रुपये की मांग
- कोर्ट आदेश पर FIR
पुलिस की अगली कार्रवाई
जांच अधिकारी अब:
- कॉल रिकॉर्ड
- चैट
- बैंक लेनदेन
- होटल विजिटिंग रिकॉर्ड
- और अन्य पीड़ितों की तलाश
सबूत इकट्ठा कर रहे हैं।
“हनीट्रैप के इस केस में कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।” — पुलिस सूत्र


