झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के बीच जारी कड़वाहट अब खुले टकराव में बदलती दिख रही है। झारखंड पुलिस ने बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान सासाराम से आरजेडी उम्मीदवार सत्येंद्र साहु को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी 21 साल पुराने एक आपराधिक मामले से जुड़ी बताई जा रही है।
जेएमएम और आरजेडी के रिश्तों में दरार
बिहार चुनाव में सीट शेयरिंग को लेकर झामुमो को कोई सीट नहीं मिली थी, जिसके बाद पार्टी ने खुद को गठबंधन से अलग कर लिया। इस फैसले के बाद झारखंड सरकार में मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने आरजेडी और कांग्रेस पर धोखेबाज होने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि “आरजेडी और कांग्रेस दोनों धूर्त और छल करने वाले हैं।”
नामांकन के तुरंत बाद गिरफ्तारी
सूत्रों के अनुसार, सासाराम से आरजेडी टिकट पर चुनाव लड़ रहे सत्येंद्र साहु ने जैसे ही नामांकन प्रक्रिया पूरी की, गढ़वा पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि उनके खिलाफ 2004 में गढ़वा थाने में दर्ज कांड संख्या 320/2004 में वारंट जारी था, जो डकैती के मामले से जुड़ा है।
गढ़वा एसडीपीओ नीरज कुमार ने पुष्टि की कि साहु को अदालत में पेश किया जाएगा। इस गिरफ्तारी के बाद आरजेडी कार्यकर्ताओं में भारी आक्रोश है और इसे “राजनीतिक साजिश” बताया जा रहा है।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
सत्येंद्र साहु ने 2010 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और कुछ साल पहले उनकी पत्नी ने सासाराम नगर निगम के मेयर पद के लिए भी चुनाव लड़ा था। इस बार आरजेडी ने वर्तमान विधायक राजेश गुप्ता का टिकट काटकर साहु को उम्मीदवार बनाया था।
अब सियासत में गरमाहट
झारखंड और बिहार दोनों राज्यों में इस घटना के बाद माहौल गर्म हो गया है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह गिरफ्तारी गठबंधन की टूटन को और गहरा सकती है।


