बिहार के गया जिले से दीवाली से ठीक पहले एक दर्दनाक घटना सामने आई है। नैली गांव के पास रविवार रात दो सगे भाइयों के शव बरामद किए गए। परिजनों का आरोप है कि दोनों की गला घोंटकर हत्या की गई है और शव सड़क किनारे फेंक दिए गए। बताया जा रहा है कि दोनों परिवारों के बीच पिछले कई वर्षों से पुरानी दुश्मनी चल रही थी।
मृतकों की पहचान यश राज और विशाल राज के रूप में
मृतकों की पहचान यश राज (27) और विशाल राज (25) के रूप में की गई है। दोनों चचेरे भाई थे और एक-दूसरे के काफी करीब माने जाते थे। यश राज की शादी सिर्फ आठ महीने पहले हुई थी, जबकि विशाल राज अपने सामाजिक कार्यों और रक्तदान अभियानों के लिए जाने जाते थे। उन्हें राष्ट्रपति पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
बस सेवा के नाम को लेकर बढ़ी थी रंजिश
जानकारी के अनुसार, पिछले महीने दोनों परिवारों के बीच गया–रांची रूट पर चलने वाली निजी बसों के नाम को लेकर विवाद हुआ था। इस मामले में पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। विशाल के पिता चंदू यादव का कहना है कि पुचु यादव और मल्लू यादव नामक दो लोगों की पुरानी हत्या के बाद से उनके परिवार पर संदेह जताया जाता रहा है, जिससे दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया था।
परिजनों ने आठ लोगों पर लगाया हत्या का आरोप
चंदू यादव ने बताया कि आरोपी ओम यादव, नीरज यादव, भीम यादव, सोनू, मोनू, मनोज यादव, अर्जुन यादव और मन्नू यादव ने उनके बेटों को जान से मारने की धमकी दी थी। “समझौता न करने पर दोनों को मौका मिलते ही मार दिया गया,” उन्होंने कहा। परिजनों के अनुसार, शव पर गोली या अन्य चोट के निशान नहीं पाए गए, जिससे अंदेशा है कि दोनों की गला घोंटकर हत्या की गई।
ग्रामीणों का विरोध, पुलिस ने किया शांत
घटना के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने सिकरिया मोड़ पर शव रखकर सड़क जाम कर दिया और न्याय की मांग की। मौके पर पहुंचे डीएसपी धर्मेंद्र भारती ने लोगों को शांत कराया और एक घंटे बाद जाम खत्म कराया गया। इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया।
डीएसपी भारती ने बताया कि परिवार ने लिखित शिकायत दी है और आरोपी उसी परिवार से हैं। “हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा,” उन्होंने कहा।

            
            
            
            
            
            
                
                