राजधानी पटना में दानापुर के राजद (RJD) विधायक रीतलाल यादव और उनके सहयोगियों पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने संगठित गिरोह बनाकर बिल्डरों से रंगदारी और भयादोहन के आरोप में विधायक समेत पांच लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की है।
अदालत में दाखिल हुई चार्जशीट
चार्जशीट पटना सिविल कोर्ट की एमपी-एमएलए विशेष न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में सोमवार को पेश की गई। अनुसंधानकर्ता कुमार अभिनव ने जांच पूरी कर आरोप पत्र दाखिल किया, जिसमें विधायक रीतलाल यादव, उनके भाई पिंकू यादव, चिंकू उर्फ शैलेन्द्र यादव, श्रवण यादव और सुनील महाजन को आरोपी बनाया गया।
आत्मसमर्पण और हिरासत
यह मामला खगौल थाने में दर्ज हुआ था। दबिश बढ़ने पर विधायक और उनके तीन सहयोगियों ने 17 अप्रैल को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण किया। इसके बाद अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया। वर्तमान में विधायक भागलपुर जेल में बंद हैं।
एफआईआर और पुलिस छापेमारी
बिल्डर राकेश रंजन ने 10 अप्रैल को खगौल थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने एएसपी भानु प्रताप सिंह के नेतृत्व में आरोपितों के कोंथवा स्थित घर समेत 11 जगहों पर छापेमारी की।
छापेमारी में 10.5 लाख रुपये नकद, 77.5 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, जमीन से जुड़े दस्तावेज, 17 चेकबुक, पांच स्टांप, छह पेन ड्राइव और वॉकी-टॉकी बरामद किए गए।
सियासत में हलचल
इस पूरे मामले ने बिहार की राजनीति को हिला दिया है। विपक्ष ने राजद (RJD) पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी पार्टी के विधायक पर गंभीर आपराधिक आरोप लगे हैं। हालांकि, राजद की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
पुलिस का कहना है कि चार्जशीट दाखिल होने के बाद अदालत में सुनवाई तेज़ होगी और दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।


