प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां को लेकर दरभंगा में अपशब्द कहे जाने के विरोध में एनडीए (NDA) ने गुरुवार को सुबह 7 बजे से 12 बजे तक बिहार बंद का आह्वान किया। इस बंद का असर सुबह से ही कई जिलों में दिखने लगा। पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और कई एनडीए नेता सड़क पर उतरे और जगह-जगह टायर जलाकर विरोध जताया।
बाजार बंद, सड़कें सुनसान
बांका, औरंगाबाद, सीवान सहित कई जिलों में दुकानों के शटर गिरे दिखे। बांका के पंजवारा बाज़ार में कार्यकर्ताओं ने नेशनल हाईवे 33 को जाम कर दिया। वहीं औरंगाबाद के नवीनगर व टंडवा प्रखंडों में भी बाजार पूरी तरह बंद रहे। सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें और आम यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
एनडीए का दावा: शांतिपूर्ण विरोध
एनडीए नेताओं ने साफ किया है कि बंद के दौरान रेल और आपातकालीन सेवाओं को छूट दी गई है। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने कहा कि यह बंद शांतिपूर्ण रहेगा और इसका संदेश पूरे देश में जाएगा। उन्होंने अपील की कि आम लोग इस विरोध में सहयोग करें।
विपक्ष का पलटवार
वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि “मां तो मां होती है, किसी के लिए भी अपशब्द नहीं बोला जाना चाहिए।” उन्होंने दावा किया कि अपशब्द बोलने वाला शख्स INDIA गठबंधन से जुड़ा नहीं था। साथ ही भाजपा पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा कि “सत्ता में रहकर भी बिहार बंद कर भाजपा जनता को गुमराह कर रही है।”
भाजपा का हमला
भाजपा नेताओं ने कांग्रेस और राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार की अस्मिता के अपमान को जनता माफ नहीं करेगी। वरिष्ठ नेता अनिल शर्मा ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि घटना पर दोनों नेताओं ने खेद तक व्यक्त नहीं किया, यह उनकी सोच को दर्शाता है।



