रांचीः तुपुदाना ओपी की पूर्व प्रभारी दारोगा मीरा सिंह की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें मनी लाउंड्रिंग केस में आरोपी बनाया है। जांच एजेंसी ने पीएमएलए की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है।
रिश्वत कांड से बालू ढुलाई तक पहुँची जांच
ED ने मीरा सिंह के खिलाफ दर्ज भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) केस को टेकओवर किया था। पूछताछ और छापेमारी के दौरान एजेंसी को 12.50 लाख रुपये नकदी, आठ मोबाइल फोन और अवैध बालू ढुलाई से जुड़े वाट्सऐप चैट मिले थे।
2021 में हुई थी गिरफ्तारी
गौरतलब है कि 25 फरवरी 2021 को झारखंड ACB ने मीरा सिंह को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था। उनपर दुष्कर्म केस में आरोपी को बचाने के एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने का भी आरोप लगा था। कई महीनों जेल में रहने के बाद उन्हें तुपुदाना ओपी का प्रभारी बनाया गया था।
कोर्ट में अब भी विचाराधीन मामले
रिश्वत कांड में ACB कोर्ट में सुनवाई जारी है, वहीं अब ED की चार्जशीट ने दारोगा मीरा सिंह की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। 17 सितंबर को विशेष अदालत इस मामले पर संज्ञान लेने वाली है।
सरकारी मोबाइल अब भी ED के कब्जे में
तुपुदाना ओपी का सरकारी मोबाइल, जिसे मार्च 2024 की छापेमारी में जब्त किया गया था, अब तक ED के पास है। कई बार पुलिस ने इसे छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन कोर्ट की अनुमति से एजेंसी ने इसे साक्ष्य के तौर पर सुरक्षित रखा है।



