बगहा में फिर बाघ का आतंक: किसान पर जानलेवा हमला, ग्रामीणों का आक्रोश चरम पर

वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व से भटका बाघ, किसान की हालत नाज़ुक; ग्रामीण बोले- विभाग सिर्फ आश्वासन देता है।

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Tiger Attack In Bagaha Farmer Critical Villagers Protest
Tiger Attack In Bagaha Farmer Critical Villagers Protest (PC: BBN24/Social Media)

बगहा: पश्चिम चंपारण के बगहा इलाके में शनिवार सुबह एक बार फिर बाघ का आतंक देखने को मिला। डुमरी गांव निवासी 35 वर्षीय किसान जीतन महतो खेत जा रहे थे कि अचानक पास के जंगल से निकले बाघ ने उन पर हमला कर दिया। हमले में किसान गंभीर रूप से घायल हो गए।

गंभीर हालत में अस्पताल रेफर

हमले के बाद ग्रामीणों ने किसी तरह घायल किसान को रामनगर पीएचसी पहुंचाया, जहाँ प्राथमिक इलाज के बाद डॉक्टरों ने उन्हें बेतिया जीएमसीएच रेफर कर दिया। डॉक्टर डीएस आर्या के अनुसार, “किसान के पेट में गहरी चोट है, और उन्हें तत्काल उच्च स्तरीय इलाज की ज़रूरत है।”

ग्रामीणों में गुस्सा, विभाग पर आरोप

गांववालों का कहना है कि पिछले कई महीनों से बाघ के हमले लगातार हो रहे हैं। एक बाघ को पहले पकड़ा भी गया था, लेकिन अभी भी इलाके में और बाघ सक्रिय हैं। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि वन विभाग सिर्फ बयानबाज़ी और औपचारिकता निभा रहा है, जबकि जमीनी कार्रवाई नज़र नहीं आती।

वाल्मीकि रिज़र्व से बढ़ा खतरा

रमनगर क्षेत्र वाल्मीकि टाइगर रिज़र्व से सटा हुआ है और पिछले कुछ महीनों में यहां बाघ के हमलों की संख्या बढ़ी है। ग्रामीणों का कहना है कि वे भय और असुरक्षा में जी रहे हैं और सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।

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