पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक का मंगलवार 5 अगस्त 2025 को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे। सत्यपाल मलिक का निधन न केवल राजनीतिक गलियारों के लिए बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ी क्षति के रूप में देखा जा रहा है।
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा,
“श्री सत्यपाल मलिक जी के निधन से दुःखी हूँ। इस दुःख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और समर्थकों के साथ हैं। ॐ शांति।”
वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि सत्यपाल मलिक एक कुशल प्रशासक और निडर विचारक थे। उन्होंने 4 अक्टूबर 2017 से 22 अगस्त 2018 तक बिहार के राज्यपाल के रूप में सेवाएं दीं।
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कई राज्यों में निभाई अहम जिम्मेदारी
सत्यपाल मलिक ने न केवल बिहार बल्कि जम्मू-कश्मीर, गोवा और मेघालय जैसे संवेदनशील राज्यों में भी राज्यपाल पद की जिम्मेदारी निभाई थी। उनका कार्यकाल हमेशा चर्चा में रहा, विशेषकर जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को लेकर दिए गए बयानों ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया था।
राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र को अपूरणीय क्षति
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मलिक जी ने जिस स्पष्टवादिता से राजनीतिक मुद्दों पर अपनी राय रखी, वह दुर्लभ है। उन्होंने राज्यपाल रहते हुए अपनी जिम्मेदारियों का कुशलतापूर्वक निर्वहन किया। उनका निधन राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है।
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अंतिम विदाई की तैयारी
सत्यपाल मलिक के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए उनके दिल्ली स्थित आवास पर रखा गया है। सूत्रों के अनुसार, अंतिम संस्कार बुधवार को किया जाएगा।


