बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र का आज आखिरी दिन भी जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुआ। विपक्षी दलों ने काले कपड़े पहनकर विधान परिषद के बाहर नारेबाजी की और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इस प्रदर्शन की अगुवाई कर रहीं नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने बेहद गंभीर आरोप लगाए — उन्होंने दावा किया कि तेजस्वी यादव की जान को खतरा है और उनके खिलाफ सुनियोजित साजिश रची जा रही है।
वोटर लिस्ट से गरीबों के नाम हटाने का आरोप
राबड़ी देवी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि, “सरकार गरीबों की वोटर लिस्ट से नाम हटा रही है। ये लोकतंत्र के खिलाफ साजिश है। जिनका नाम कटेगा, वो वोट कैसे देंगे?”
विपक्ष लगातार विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (special voter list revision) पर चर्चा की मांग कर रहा है। लेकिन सरकार की चुप्पी पर विपक्ष हमलावर है। आज भी कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्षी विधायकों ने विधान परिषद के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
क्या आपका नाम भी हटेगा वोटर लिस्ट से? नीतीश सरकार ने सदन में दिया बड़ा भरोसा
“साजिश करने वाले कौन हैं, सब जानते हैं” – राबड़ी देवी
तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर राबड़ी देवी ने चौंकाने वाला दावा करते हुए कहा,
“उन्हें अब तक चार बार मारने की कोशिश की जा चुकी है। इसके पीछे कौन है, सब जानते हैं। बीजेपी और जेडीयू के अलावा कौन रच सकता है साजिश?”
उन्होंने सीधा हमला करते हुए कहा, “यह सब संस्कारहीन लोग हैं, नाली के कीड़े हैं।”
नीतीश कुमार पर भी साधा निशाना
जब राबड़ी देवी से पूछा गया कि क्या नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे, तो उन्होंने चुटीले अंदाज में कहा,
“इस बार वो आएंगे या नहीं, इसका फैसला जनता करेगी। लेकिन मुख्यमंत्री को सदन में आकर वोटर लिस्ट के मुद्दे पर जवाब देना चाहिए।”
क्या आगे और बढ़ेगा टकराव?
अब सवाल यह है कि क्या विपक्ष के इस आंदोलन का असर सरकार पर पड़ेगा? क्या तेजस्वी यादव की सुरक्षा को लेकर सरकार कोई नया ऐक्शन लेगी? और क्या वाकई किसी साजिश की पटकथा लिखी जा रही है?
बिहार की राजनीति में ये सवाल अब गर्म हैं और जनता को इनके जवाब का इंतजार है।



