चंदन मिश्रा हत्याकांड में अब पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है। आरा के बिहिया इलाके में मंगलवार सुबह पुलिस-STF और गैंगस्टरों के बीच जबरदस्त मुठभेड़ हुई। पुलिस फायरिंग में बलवंत कुमार और रविरंजन सिंह नाम के दो शूटर घायल हो गए जबकि तीन अपराधी गिरफ्तार किए गए। बलवंत कुमार बक्सर के लीलाधरपुर परसिया का रहने वाला है जबकि रविरंजन भोजपुर के बिहिया का है।
पिस्टल सप्लाई से लेकर शूटर्स तक, बलवंत बना मास्टरमाइंड का मोहरा
सूत्रों के मुताबिक, बलवंत कुमार ही वो शख्स है जिसने तौसीफ उर्फ बादशाह समेत अन्य शूटर्स को हथियार उपलब्ध कराए थे। उसने गैंगस्टर Sheru Singh के इशारे पर 10 पिस्टल सप्लाई की थी। यही नहीं, बलवंत Patna Paras Hospital में चंदन मिश्रा की हत्या से ठीक पहले शूटरों को लेकर खुद पहुंचा था।
पुरुलिया जेल से Sheru Singh दे रहा था गैंग को आदेश
शेरू सिंह जो इस वक्त West Bengal के पुरुलिया जेल में बंद है, वहीं से मोबाइल के जरिये पूरे हत्याकांड की कमान संभाले था। शेरू ने हर शूटर को 5-5 लाख देने का लालच दिया था। यही वजह है कि बलवंत, शेरू के हर आदेश पर काम कर रहा था। तौसीफ को चुना गया क्योंकि उसे पारस अस्पताल का पूरा अंदरूनी ज्ञान था।
हत्या के बाद तौसीफ ने कटवाई दाढ़ी, पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
हत्या के बाद पुलिस से बचने के लिए तौसीफ ने अपनी पहचान बदलने की कोशिश की। उसने अपनी दाढ़ी कटवा ली थी ताकि CCTV में पकड़ा न जा सके। बावजूद इसके पुलिस को पुख्ता सुराग मिले और अब लगातार छापेमारी जारी है। कई नाम और चेहरे सामने आ चुके हैं जिनकी तलाश जारी है।



