दमिश्क पर इजराइल का हमला: प्रेसिडेंसियल पैलेस के पास गिरे बम, नेतन्याहू की सरकार पर भी मंडराया संकट

सीरिया के मिलिट्री हेडक्वार्टर और राष्ट्रपति भवन के पास इजरायल का ताबड़तोड़ अटैक, नेतन्याहू की सरकार अल्पमत में

Fevicon Bbn24
Israel Attack On Damascus Syria Netanyahu Government Crisis
Israel Attack On Damascus Syria Netanyahu Government Crisis (Source: BBN24/Google/Social Media)

सीरिया की राजधानी Damascus (दमिश्क) में तनाव चरम पर पहुंच गया है। इजराइल की सेना ने सीधे सीरिया के मिलिट्री मुख्यालय पर हमला कर दिया। Al Jazeera की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल ने दमिश्क के केंद्र में कई हवाई हमले किए। यही नहीं, एक अन्य हमला प्रेसिडेंसियल पैलेस के पास भी हुआ।

इजराइल के रक्षा मंत्री Yoav Gallant ने कहा कि उनकी सेना ने सीरियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवेश द्वार के पास हमला किया। उनका दावा है कि ये कार्रवाई सीरियाई सेना को Sweida शहर से पीछे हटने की चेतावनी देने के बाद की गई।

स्वास्थ्य मंत्रालय की पुष्टि: 1 मौत, 18 घायल

सीरिया की सरकारी मीडिया ने स्वास्थ्य मंत्रालय के हवाले से बताया कि इन हमलों में कम से कम एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि 18 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। बमबारी से दमिश्क के कई रिहायशी इलाकों को भी नुकसान पहुंचा है।

नेतन्याहू की कुर्सी पर खतरा: सहयोगी पार्टी ने छोड़ा साथ

इधर, इजराइल के प्रधानमंत्री Benjamin Netanyahu की सरकार पर भी संकट गहरा गया है। उनकी गठबंधन सरकार की अहम सहयोगी पार्टी Shas ने संसद (Knesset) में समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया। इसके बाद नेतन्याहू सरकार अल्पमत में आ गई है।

इजराइली मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अनिवार्य सैन्य सेवा को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद के कारण शास पार्टी ने ये फैसला लिया है। अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स समुदाय के युवाओं को सैन्य सेवा से छूट मिलने पर विवाद लगातार गहराता जा रहा है।

इससे पहले इसी हफ्ते एक अन्य अल्ट्रा-ऑर्थोडॉक्स पार्टी ने भी सरकार से इस्तीफा दे दिया था, जिससे नेतन्याहू की स्थिति और भी कमजोर हो गई। हालांकि शास पार्टी ने कहा है कि वे सरकार गिराने की सक्रिय कोशिश नहीं करेंगे और कुछ विधेयकों पर समर्थन जारी रख सकते हैं।

दमिश्क की गलियों में फिर गूंजे धमाके

दमिश्क, जो दुनिया के सबसे पुराने शहरों में शुमार है, वहां इस बमबारी ने डर का माहौल बना दिया है। नागरिक क्षेत्रों और सरकारी साइट्स पर हमला करते हुए इजराइल ने साफ संदेश दे दिया है कि सीरिया में दखल का दौर जारी रहेगा।

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