पटना। बिहार पुलिस और एसटीएफ (Special Task Force) को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। बिहार पुलिस के 2008 बैच के निलंबित सिपाही Saroj Singh के ठिकानों पर छापेमारी में घातक हथियारों का जखीरा, करोड़ों रुपये नकद, जमीन के दस्तावेज और नोट गिनने की मशीन बरामद की गई है। यह कार्रवाई पटना और समस्तीपुर जिले में एक साथ की गई, जिसमें Saroj Singh समेत कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
AK-47, INSAS और .306 रायफल समेत भारी हथियारों का जखीरा
समस्तीपुर पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने सरोज सिंह के ठिकानों पर छापेमारी कर AK-47, INSAS राइफल, कारबाइन, और .306 राइफल सहित कई हथियार बरामद किए। इसके अलावा बड़ी संख्या में मैगजीन और जिंदा कारतूस भी जब्त किए गए।
1.4 करोड़ नगद और नोट गिनने की मशीन भी बरामद
Saroj Singh की निशानदेही पर पटना के झुंझुन महल स्थित सविता वाटिका में तलाशी ली गई, जहां से पुलिस ने ₹1.4 करोड़ नकद, नोट गिनने की मशीन, और ज़मीन के कागज़ात बरामद किए। इसके अलावा दानापुर के सगुना मोड़, रूपसपुर थाना क्षेत्र और अन्य ठिकानों से भी करोड़ों की ज़मीन से जुड़े दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
Saroj Singh के खिलाफ पहले से दर्ज हैं 9 आपराधिक केस
2008 बैच का सिपाही रह चुका Saroj Singh पहले से ही निलंबित है और उस पर 9 आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से कई गंभीर धाराओं में हैं। जहानाबाद के एसपी ने इस पर विभागीय कार्रवाई शुरू की थी।
STF और जिला पुलिस की संयुक्त रेड में कुल 5 आरोपी पकड़े गए
इस बड़ी कार्रवाई में परशुराम सिंह, मुन्ना यादव, विश्वजीत सिंह, और निशांत कुमार राय को भी गिरफ्तार किया गया है। सभी के खिलाफ मोहद्दीनगर थाना में केस दर्ज कर आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई है।
पटना से समस्तीपुर तक फैला सरोज सिंह का काले धन का नेटवर्क
जांच में खुलासा हुआ है कि सरोज सिंह का नेटवर्क केवल एक जिले तक सीमित नहीं था। पटना, समस्तीपुर और अन्य इलाकों में भी वह ज़मीन खरीद-बिक्री के नाम पर करोड़ों की हेराफेरी कर रहा था।


