बिहार बंद: क्या आज होगा बवाल? राहुल गांधी और तेजस्वी का मार्च, प्रशासन अलर्ट मोड में

बिहार बंद के आह्वान पर राजनीति गरमाई, 600 जवानों के साथ प्रशासन सड़कों पर उतरा, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर सख्त कार्रवाई के निर्देश

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Bihar Bandh Today Rahul Gandhi Tejashwi Patna Security Alert
Bihar Bandh Today Rahul Gandhi Tejashwi Patna Security Alert (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • पटना में 600 जवान और 50 मजिस्ट्रेट तैनात
  • राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का पैदल मार्च तय
  • सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर सख्त कार्रवाई

Bihar Bandh Today: बिहार में आज विपक्ष द्वारा बुलाए गए बंद ने सियासी पारा चढ़ा दिया है। मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में बुलाए गए इस बंद के चलते पटना सहित पूरे राज्य में प्रशासन ने जबरदस्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं।

राजधानी पटना के 30 किलोमीटर लंबे सगुना मोड़ से जीरोमाइल रूट पर प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी है। यहां 50 मजिस्ट्रेट और 600 पुलिस जवानों को तैनात किया गया है। सभी थानों को अलर्ट मोड में रखा गया है। जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि बंद के दौरान किसी भी सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

प्रमुख स्थलों पर विशेष निगरानी

पटना जंक्शन, सचिवालय, गांधी मैदान, डाकबंगला चौराहा, आयकर गोलंबर, जेपी सेतु, महात्मा गांधी सेतु और सगुना मोड़ जैसे स्थानों को संवेदनशील मानते हुए यहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं निर्वाचन कार्यालय के आसपास के प्रतिबंधित जोन में मजिस्ट्रेट और सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है। इस क्षेत्र में बिना अनुमति प्रवेश करने पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

राहुल गांधी और तेजस्वी यादव करेंगे पैदल मार्च

बंद को और तीखा बनाने की रणनीति के तहत कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव आज सुबह 10:30 से 11:30 बजे के बीच आयकर गोलंबर से विधानसभा तक पैदल मार्च करेंगे। इस मार्च में महागठबंधन के अन्य वरिष्ठ नेता भी शामिल होंगे। इसे लेकर 10 मजिस्ट्रेट और 200 पुलिसकर्मियों को विशेष ड्यूटी पर लगाया गया है।

डीजीपी का निर्देश: बिना ढिलाई होगी कार्रवाई

राज्य के डीजीपी विनय कुमार ने सभी जिलों के एसएसपी और एसपी को आदेश दिया है कि वे हर हाल में शांति व्यवस्था बनाए रखें और किसी भी स्थिति में सरकारी संपत्ति को नुकसान नहीं होने दें। आम जनता को परेशान किए बिना कानून व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए हैं।

संदेश साफ है—बंद की इजाज़त, बवाल की नहीं

प्रशासन ने स्पष्ट कर दिया है कि लोकतंत्र में बंद एक अधिकार है, लेकिन अगर इस अधिकार का इस्तेमाल कानून तोड़ने या हिंसा फैलाने के लिए किया गया, तो कोई रियायत नहीं मिलेगी।

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