RJD ने नहीं दिया टिकट तो रो पड़े गुफरान रशीद: बोले- नौकरी नहीं ली, उम्र निकल गई

टिकट कटते ही छलका दर्द! RJD के युवा महासचिव गुफरान रशीद ने कहा – “पार्टी ने त्याग भुला दिया”

Rjd Ticket Cut Gufran Rashid Cries Bihar Election 2025
Rjd Ticket Cut Gufran Rashid Cries Bihar Election 2025 (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • टिकट नहीं मिलने पर फूट-फूटकर रोए RJD नेता गुफरान रशीद।
  • बोले – “नौकरी नहीं ली, उम्र निकल गई, अब कहां जाएंगे।”
  • गोपालगंज की 4 सीटों से 18 नामांकन रद्द, 36 स्वीकृत।

बोले- “नौकरी नहीं ली, उम्र निकल गई… अब कहां जाएंगे?”

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एनडीए ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है, जबकि महागठबंधन में टिकट बंटवारे पर घमासान जारी है। इसी बीच, जिन नेताओं के टिकट कटे हैं, उनमें से कई का दर्द अब सामने आ रहा है।

राजद (RJD) के युवा प्रदेश महासचिव गुफरान रशीद का नाम भी इसी सूची में शामिल है। टिकट नहीं मिलने पर गुफरान रशीद भावुक हो गए और कैमरे के सामने फफक कर रो पड़े

“नौकरी नहीं ली, ज्वाइनिंग लेटर छोड़ दिया…”

गोपालगंज के बरौली विधानसभा क्षेत्र से आने वाले गुफरान रशीद ने राजद पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी समर्पित कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज कर रही है
रोते हुए गुफरान ने कहा,

“हमने पार्टी के लिए जीवन न्योछावर कर दिया। नौकरी नहीं ली, ज्वाइनिंग लेटर छोड़ दिया। अब हमारी उम्र निकल गई, अब कहां जाएंगे? हमने अपने लोगों से कहा कि अब RJD छोड़ देंगे, लेकिन किसी और पार्टी में नहीं जाएंगे।”

बरौली सीट से 8 नामांकन रद्द, 10 हुए स्वीकृत

गुफरान रशीद की नाराज़गी के बीच गोपालगंज जिले की चार विधानसभा सीटों – बैकुंठपुर, बरौली, गोपालगंज और कुचायकोट – से कुल 18 नामांकन रद्द किए गए हैं, जबकि 36 नामांकन स्वीकृत हुए हैं।
निर्वाची पदाधिकारियों के मुताबिक:

  • बैकुंठपुर: 9 नामांकन रद्द, 7 स्वीकृत
  • बरौली: 8 नामांकन रद्द, 10 स्वीकृत
  • कुचायकोट: 1 नामांकन रद्द, 7 स्वीकृत
  • गोपालगंज: सभी 12 नामांकन स्वीकृत

गुफरान रशीद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल

गुफरान रशीद के रोते हुए वीडियो ने सोशल मीडिया पर खूब हलचल मचा दी है। लोग उनके समर्पण की तारीफ कर रहे हैं, जबकि कुछ सवाल उठा रहे हैं कि क्या वफादार नेताओं की उपेक्षा पार्टी के लिए नुकसानदेह साबित होगी?

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