पटना: कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक आज पटना में आयोजित की गई, जो स्वतंत्रता के बाद पहली बार राज्य में हो रही है। पार्टी नेताओं के अनुसार यह बैठक बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की रणनीति तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव केसी वेणुगोपाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया, उनके उप मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार, तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी, और वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद, सचिन पायलट और रणदीप सुरजेवाला ने मंगलवार देर शाम पटना पहुंचकर सदाकत आश्रम में बैठक में हिस्सा लिया। बैठक दोपहर तक चलेगी।
टिकट वितरण पर कार्यकर्ताओं का विरोध
राहुल गांधी के पटना एयरपोर्ट आगमन पर कांग्रेस कार्यालय में समर्थकों ने उनका स्वागत किया। लेकिन आश्रम के बाहर पुलिस और पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच प्रवेश प्रतिबंध को लेकर झड़प हुई, जिससे कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया।
जब पार्टी के बिहार में मुख्यमंत्री उम्मीदवार पर सवाल पूछा गया, तो सलमान खुर्शीद ने कहा कि चुनाव जीतने के बाद ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा।
बैठक का उद्देश्य और रणनीति
पार्टी सूत्रों के अनुसार इस बैठक का उद्देश्य बिहार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाना और विपक्षी गठबंधन में पार्टी की भूमिका को मजबूत दिखाना है। नेताओं का मानना है कि 2023 में तेलंगाना विधानसभा चुनाव में हाई-प्रोफाइल CWC बैठक के बाद कांग्रेस की जीत यह सिद्ध करती है कि समिति की राजनीतिक भूमिका अहम है।
बैठक में रेवंत रेड्डी की मौजूदगी भी चर्चा में रही। दिसंबर 2023 में उनके बयान “तेलंगाना का DNA बिहार से बेहतर है” को बिहारियों ने अपमानजनक माना था और यह विवाद पैदा हुआ था।
कांग्रेस रणनीतिकारों का कहना है कि आज की बैठक बिहार में पार्टी की प्रतिबद्धता और चुनाव से पहले कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने का प्रयास है।



