छठ पूजा के बहाने लालू यादव का वार, बोले- मोदी-नीतीश बताएं कहां गईं 12 हजार ट्रेनें

RJD प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने छठ पर्व के मौके पर केंद्र और राज्य सरकार पर साधा निशाना, कहा- "डबल इंजन सरकार सिर्फ जुमलेबाजी में माहिर"

Lalu Yadav Targets Modi Nitish Over Chhath Puja And Train Promise
Lalu Yadav Targets Modi Nitish Over Chhath Puja And Train Promise (PC: BBN24/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • लालू यादव ने छठ पूजा के बहाने मोदी-नीतीश पर साधा निशाना।
  • 12 हजार ट्रेनें चलाने का वादा झूठा बताया।
  • डबल इंजन सरकार को बिहार विरोधी करार दिया।

राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने छठ महापर्व के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि “डबल इंजन सरकार” सिर्फ जुमलेबाजी में व्यस्त है, जबकि बिहार के लोग आज भी पलायन करने को मजबूर हैं।

लालू यादव ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि आस्था के इस पर्व में घर लौटने वाले लोगों के लिए 12 हजार विशेष ट्रेनें चलाने का वादा किया गया था, लेकिन यह वादा भी “सफेद झूठ” निकला।

ट्विटर पोस्ट में किया बड़ा सवाल

लालू यादव ने अपने एक्स (Twitter) हैंडल पर लिखा —

“झूठ के बेताज बादशाह और जुमलों के सरदार ने कहा था कि देश की 13,198 ट्रेनों में से 12,000 ट्रेनें छठ पर्व के लिए बिहार जाएंगी। लेकिन यह वादा भी झूठ साबित हुआ।”

उन्होंने आगे कहा कि 20 सालों की एनडीए सरकार में बिहार के लोगों को पलायन का दर्द झेलना पड़ा है। यहां तक कि लोक आस्था के पर्व छठ के समय भी सरकार लोगों को सही ढंग से यात्रा की सुविधा नहीं दे पा रही है।

बिहारियों का दर्द: ट्रेन में हो रहा अमानवीय सफर

लालू यादव ने कहा कि “मेरे बिहारवासियों को छठ पर्व पर अमानवीय तरीके से ट्रेनों में सफर करना पड़ रहा है। सरकार की नीतियों के कारण यह स्थिति बेहद शर्मनाक है।”

उन्होंने आरोप लगाया कि डबल इंजन की सरकार हर साल बिहार के 4 करोड़ से अधिक लोगों को रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों की ओर धकेल रही है।

बिहार में उद्योगों की कमी पर उठाए सवाल

लालू यादव ने कहा कि यूपीए सरकार के बाद से एनडीए ने बिहार में कोई बड़ा उद्योग नहीं लगाया, जिसके कारण राज्य में रोजगार का संकट गहराता जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की नीतियां “बिहार विरोधी” हैं और इसका सबसे बड़ा नुकसान आम जनता को झेलना पड़ रहा है।

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