गंगा ने ली रौद्र रूप! फरक्का के 108 गेट खुले, 9 जिलों में तबाही का अलर्ट

बक्सर से भागलपुर तक गंगा नदी में खतरनाक उफान, तटबंधों पर बढ़ा दबाव, रातभर चलेगी निगरानी

Bihar Flood Danger Ganga River Farakka Barrage Alert
Bihar Flood Danger Ganga River Farakka Barrage Alert (Source: BBN24/Google/Social Media)
मुख्य बातें (Highlights)
  • फरक्का बराज के 108 गेट खोले गए, गंगा उफान पर
  • पटना, बक्सर सहित 9 जिलों में बाढ़ का रेड अलर्ट
  • कोसी और बूढ़ी गंडक में भी खतरे के निशान के पार जलस्तर

बिहार के 9 जिलों पर इस समय गंगा नदी का भयावह खतरा मंडरा रहा है। Farakka Barrage के सभी 108 गेट खोल दिए गए हैं जिससे पानी का बहाव तेज हो गया है। सोमवार रात Patna और Kahalgaon में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। मंगलवार सुबह पटना में गंगा का स्तर खतरे से 43 सेमी ऊपर तो फरक्का में 4 सेमी ऊपर दर्ज किया गया। इस वजह से गंगा के दोनों किनारों पर बने तटबंधों पर भारी दबाव बना है।

600 सुरक्षाकर्मी और इंजीनियर तैनात

बाढ़ की स्थिति को काबू में रखने के लिए जल संसाधन विभाग ने बड़ी तैयारी की है। हर एक किलोमीटर पर एक सुरक्षाकर्मी तैनात किया गया है, जिससे कुल 600 तटबंध सुरक्षाकर्मी मैदान में हैं। इनके साथ-साथ 45 से अधिक जूनियर इंजीनियर भी लगातार निगरानी कर रहे हैं। विभाग के वरिष्ठ अभियंताओं की देखरेख में रात्रिकालीन पेट्रोलिंग भी शुरू कर दी गई है।

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गंगा में इतना पानी 15 साल में पहली बार

जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट बताती है कि पिछले 15 वर्षों में जुलाई माह में गंगा में इतना जलस्तर कभी नहीं देखा गयाBuxar में तो इस बार गंगा पिछले साल से 6 मीटर ऊपर बह रही है। वहीं, पटना में जलस्तर 2 मीटर ज्यादा है। इन आंकड़ों ने विभाग को चिंता में डाल दिया है।

बक्सर से भागलपुर तक तटबंधों पर खतरा

फरक्का बराज के गेट खुलने से बक्सर, पटना, मुंगेर और भागलपुर के Diara areas में पानी का फैलाव हो रहा है। निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन गई है और कुछ क्षेत्र पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं।

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9 जिलों में रेड अलर्ट, टूट सकते हैं तटबंध

नेपाल में मूसलाधार बारिश से Kosi और Gandak नदी में भी उफान है, जिससे गंगा में जलस्तर तेजी से बढ़ा है। इससे Buxar, Patna, Vaishali, Samastipur, Munger, Begusarai, Khagaria, Katihar और Bhagalpur जिलों में खतरा गहराया है। अगर तटबंधों पर दबाव नहीं थमा, तो इन जिलों में भारी तबाही संभव है।

कोसी और बूढ़ी गंडक भी उफान पर

नेपाल के तराई इलाकों की बारिश का असर अब कोसी और बूढ़ी गंडक पर भी दिख रहा है। Khagaria में बूढ़ी गंडक 41 सेंटीमीटर ऊपर, जबकि Supaul और Saharsa में कोसी खतरे के निशान को पार कर गई है।

भागलपुर में तेज कटाव, मुझफ्फरपुर के गांव जलमग्न

भागलपुर के Sabour, Kahalgaon और Pirpainti में गंगा की तेज धारा के चलते कृषि भूमि कटाव की चपेट में आ रही है। वहीं Munger के Bariarpur प्रखंड में दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस चुका है। Bariarpur Power Substation के निचले हिस्से में भी जलभराव हो गया है।

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