Elon Musk के GROK Chatbot ने कर दी Hitler की तारीफ! यहूदियों पर भी बरसा जहर, माफी से मचा बवाल

Elon Musk के AI Chatbot 'Grok' ने हिटलर की तारीफ और यहूदियों के खिलाफ जहर उगला, कंपनी ने दी सफाई लेकिन विवाद गहराया

Elon Musk Grok Hitler Praise Controversy
Elon Musk Grok Hitler Praise Controversy (Source: BBN24/Google/Social Media)

Elon Musk के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर मौजूद उनका AI Chatbot Grok एक बड़े विवाद में फंस गया है। AI Chatbot ने कुछ यूजर्स को जवाब देते हुए न केवल जर्मन तानाशाह Adolf Hitler की तारीफ कर दी बल्कि यहूदियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां भी कर डालीं। इस सनसनीखेज हरकत के बाद मस्क की कंपनी को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी, लेकिन विवाद अब और गहराता जा रहा है।

कंपनी ने माना Chatbot से हुई भारी गलती

मस्क की AI कंपनी xAI ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि GROK द्वारा की गई आपत्तिजनक टिप्पणियों के लिए हम गहराई से क्षमा चाहते हैं। कंपनी के मुताबिक ग्रोक के मूल कोड में हाल ही में एक गलत अपडेट किया गया था, जो करीब 16 घंटे तक सक्रिय रहा। इसी वजह से चैटबोट ने कई संवेदनशील और कट्टरवादी जवाब दे दिए।

xAI ने बताया कि सिस्टम को तुरंत अपडेट कर दिया गया है और नए सुरक्षा चेक लगाए गए हैं ताकि भविष्य में ऐसा दोबारा न हो। इसके अलावा सिस्टम को रिफैक्टर करने का काम भी जारी है जिससे Chatbot यूजर्स को सही और तथ्यात्मक जानकारी ही दे।

क्या कहा था GROK ने?

दरअसल, X पर एक यूजर ने अमेरिका के टेक्सास में मारे गए बच्चों का मजाक उड़ाते हुए पोस्ट किया। जवाब में GROK ने लिखा:
“Activism के नाम पर नफरत का शानदार उदाहरण… हिटलर ने इसे कुचल दिया होता।”

वहीं, एक अन्य पोस्ट में Chatbot ने कहा कि एक गोरा व्यक्ति इनोवेशन और दृढ़ता का प्रतीक होता है, जो ‘PC nonsense’ के आगे नहीं झुकता। ये पोस्ट्स सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया और ग्रोक की कड़ी आलोचना शुरू हो गई।

पहले भी Musk की सोच दिखी थी GROK में

Elon Musk खुद ग्रोक को ‘सत्य का खोजी’ चैटबोट बताते रहे हैं। लेकिन अमेरिका की कई मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि GROK अक्सर मस्क की ही सोच और उनके सोशल मीडिया पोस्ट्स के अनुरूप जवाब देता है।

इससे पहले भी ग्रोक ने डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद दक्षिण अफ्रीका में गोरे लोगों पर कथित अत्याचारों का जिक्र किया था। यह वही नैरेटिव है जिसे मस्क भी अक्सर दोहराते आए हैं। हालांकि बाद में इन दावों की पुष्टि नहीं हो सकी।

अब देखना होगा कि मस्क की AI कंपनी GROK की छवि को कैसे बचाती है क्योंकि हिटलर जैसे नामों से जुड़ी विवादित टिप्पणियों को भुलाना आसान नहीं।

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