इस बार दिवाली 2025 को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है। कारण यह है कि कार्तिक अमावस्या इस वर्ष दो दिनों तक रहेगी। ज्योतिषाचार्य नरेंद्र उपाध्याय के अनुसार, अमावस्या तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 03:44 बजे से शुरू होगी और 21 अक्टूबर को शाम 05:50 बजे समाप्त होगी। चूंकि दिवाली रात का पर्व है और इसका संबंध प्रदोष व निशीथ काल से है, इसलिए 20 अक्टूबर को ही दिवाली मनाना उत्तम रहेगा।
दिवाली 2025 गणेश-लक्ष्मी पूजा मुहूर्त
20 अक्टूबर 2025 को गणेश-लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 07:08 बजे से रात 08:18 बजे तक रहेगा। इस समय कुंभ लग्न, वृषभ लग्न और तुला लग्न का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष गणना के अनुसार, इस समय माता लक्ष्मी की पूजा करने से मनवांछित फल की प्राप्ति होती है।
प्रदोष व वृषभ काल:
- प्रदोष काल: शाम 05:46 बजे से रात 08:18 बजे तक
- वृषभ काल: शाम 07:08 बजे से रात 09:03 बजे तक
दिवाली गणेश-लक्ष्मी पूजा विधि
- पूजा स्थल को पहले साफ करें।
- चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
- पंचामृत व गंगाजल से स्नान कराएं।
- रोली, चंदन, सिंदूर, हल्दी और वस्त्र अर्पित करें।
- धूप, दीप, फूल, मिठाई और फल चढ़ाएं।
- आरती करें और क्षमा प्रार्थना के बाद घर के कोने-कोने में सरसों का तेल का दीपक जलाएं।
इस प्रकार, 20 अक्टूबर को ही दिवाली मनाना शुभ रहेगा और घर में मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी।


