राजधानी रांची के बेड़ो थाना क्षेत्र में 3 दिसंबर को दर्ज कराए गए सामूहिक दुष्कर्म मामले में बड़ा मोड़ आ गया है। पुलिस जांच में पता चला है कि यह पूरा मामला फर्जी था, जिसे एक महिला ने जमीन कारोबारी साबिर खान के कहने पर पूरी प्लानिंग के साथ अंजाम दिया था।
रांची ग्रामीण एसपी प्रवीण पुष्कर ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने महिला, जमीन कारोबारी साबिर खान, नसीम, इम्तियाज आलम और विक्की खान को गिरफ्तार कर लिया है।
50 हजार में रची गई फर्जी गैंगरेप की कहानी
पूछताछ में महिला ने स्वीकार किया कि:
- उसके जीजा नसीम खान ने उसे 50 हजार रुपये दिए
- जमीन कारोबारी साबिर खान का मुदबिर से जमीन को लेकर पुराना विवाद था
- साबिर ने नसीम से कहा कि विरोधी पक्ष को फँसाया जाए
- नसीम ने अपनी ही साली (महिला) को केस दर्ज करवाने को कहा
इसके बाद महिला ने सद्दाम अंसारी और अन्य के खिलाफ बेड़ो थाना में सामूहिक दुष्कर्म की FIR दर्ज कराई।
पुलिस ने प्रारंभिक कार्रवाई में सद्दाम अंसारी को गिरफ्तार भी कर लिया था।
पुलिस जांच में खुली पोल, न मिला कोई सबूत
जांच के दौरान पुलिस की टीम ने:
- महिला द्वारा बताए घटनास्थल की जांच की
- आरोपियों की मोबाइल लोकेशन चेक की
- घटनास्थल से एक भी सबूत नहीं मिला
जब पुलिस ने महिला को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, तब उसने सारा सच कबूल लिया।
SP ने बताया कि महिला लगातार आरोपियों से केस उठाने के बदले रंगदारी भी मांग रही थी।
अक्टूबर में भी दर्ज कराया था फर्जी केस
महिला ने इससे पहले अक्टूबर माह में भी:
- रागिब अकरम
- वकार अहमद
- मुद्दबिर परवेज
- इजहार आलम
- सद्दाम अंसारी
के खिलाफ दुष्कर्म का एक और केस दर्ज कराया था।
उसी मामले में सद्दाम की गिरफ्तारी हुई थी।
जमीन कारोबारी साबिर खान—दबंगई, कब्जे और पुराने मामले
जांच में सामने आया कि:
- साबिर खान इलाके में दबंगई के लिए कुख्यात
- निजी बॉडीगार्ड के सहारे जमीन कब्जा करता था
- उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट सहित कई मामले दर्ज
- कई बार जेल भी जा चुका है
मुदबिर व सद्दाम के साथ भूमि विवाद चल रहा था, जिसकी शिकायत पीड़ित ने हाल ही में डीजीपी से भी की थी।
इसी के बाद साबिर खान ने उन्हें फँसाने की योजना बनाई।
SP की टीम ने खोली पूरी साज़िश
आईजी के निर्देश पर SP प्रवीण पुष्कर की टीम ने मामले की तह तक जाकर:
- महिला की स्वीकारोक्ति
- तकनीकी साक्ष्यों का अभाव
- पैसों का लेन-देन
- जमीन विवाद का कनेक्शन
इन सभी आधारों पर मामला फर्जी और पूर्व-नियोजित पाया।


