भोले के भक्तों को मिला रेलवे का ‘अद्भुत वरदान’, हर सोमवार चलेगी रहस्यमयी ट्रेन!

श्रावण मास में कांवरियों के लिए रेलवे ने शुरू की अनारक्षित विशेष ट्रेन, हर सोमवार और मंगलवार चलेगी मधुपुर-बनारस-श्रावणी मेला स्पेशल सेवा

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Shravani Mela Special Train Madhupur Banaras
Shravani Mela Special Train Madhupur Banaras (Source: BBN24/Google/Social Media)

मधुपुर-बनारस के बीच चार सोमवार चलेगी विशेष साप्ताहिक ट्रेन, श्रद्धालुओं को लंबी दूरी की यात्रा में राहत

श्रावणी मेला 2025 को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने शिवभक्तों के लिए खास सौगात का ऐलान किया है। भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की यात्रा को आसान बनाने के उद्देश्य से 03157/03158 मधुपुर-बनारस-मधुपुर श्रावणी मेला अनारक्षित विशेष गाड़ी चलाई जाएगी।

यह गाड़ी मधुपुर से 14, 21, 28 जुलाई और 4 अगस्त (हर सोमवार) तथा बनारस से 15, 22, 29 जुलाई और 5 अगस्त (हर मंगलवार) को चलाई जाएगी।

रेलवे का यह कदम तीर्थयात्रियों के लिए न केवल राहत लेकर आएगा, बल्कि श्रद्धा और सुविधा का सुंदर संगम भी बनेगा।

ट्रेन का विस्तृत रूट और टाइमिंग

03157 मधुपुर-बनारस विशेष ट्रेन (हर सोमवार):
यह ट्रेन मधुपुर से दोपहर 12:10 बजे रवाना होगी और जसीडीह, सिमुलतला, झाझा, जमुई, किऊल, नवादा होते हुए गया जंक्शन और अंत में अनुग्रह नारायण रोड तक जाएगी।

03158 बनारस-मधुपुर विशेष ट्रेन (हर मंगलवार):
बनारस से यह ट्रेन तड़के 01:50 बजे रवाना होकर वाराणसी, दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, भभुआ रोड, सासाराम, गया, नवादा होते हुए मधुपुर तक पहुंचेगी।

कोच की जानकारी और सुविधाएं

इस विशेष गाड़ी में कुल 22 कोच होंगे जिनमें:

  • 20 साधारण द्वितीय श्रेणी / शयनयान श्रेणी (अनारक्षित)
  • 02 SLRD (गार्ड व लगेज)

विशेष बात यह है कि शयनयान कोच भी अनारक्षित रहेंगे, जिससे लंबी दूरी तय करने वाले श्रद्धालुओं को बैठने और आराम करने में सुविधा मिलेगी।

श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और अपील

रेल प्रशासन ने अपील की है कि यात्रा के दौरान यात्री संयम और अनुशासन बनाए रखें, रेलवे के दिशा-निर्देशों का पालन करें, और स्वच्छता व सुरक्षा के प्रति सजग रहें।

तीर्थयात्रियों के लिए सुविधाजनक यात्रा का वादा

श्रावण मास में देवघर, काशी और गया जैसे तीर्थ स्थलों की ओर जाने वाले लाखों श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे की यह विशेष सेवा दूरदर्शी कदम है। कम किराया, अधिक सीटें और सुरक्षित यात्रा इसे बेहद लाभकारी बना रही है।

श्रावणी मेला 2025 के दौरान चलने वाली यह स्पेशल ट्रेन एक ऐसा उदाहरण बनेगी जहां श्रद्धा, सुविधा और सेवा तीनों का अद्भुत मिलन होगा।

रेलवे का यह प्रयास यह दर्शाता है कि प्रशासन जन भावना को समझते हुए समय पर सही कदम उठाता है।

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